‘सम्बन्धो में मधुरता तथा घर घर में खुशहाली लाने’ कार्यक्रम में जीवन जीने की कला सिखायी बीके शिवानी ने…..
शिवानी बहन को सुनने के लिए उमड़ा जनसैलाब….
केशोद (गुजरात):प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता राजयोगिनी बीके शिवानी बहनने कहा कि अपने रिस्तो में मनमोटव, जिद्द करना, गाठे, अहंकार की टक्कर न हो। हम आत्मा एक्टर है, हमें अपना अच्छा रोल प्ले करना है। परिवार के सदस्यों को आत्मा के रूप में देखे। हम एक दुसरे को सही वायब्रेशन दे कर उनके जो कमजोर संस्कार को ठीक करे।
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय सेवाकेंद्र केशोद द्वारा किया गया है। SP भ्राता हर्षद महेता, इन्टरनेशनल माइंड ट्रेनर भ्राता जीतेन्द्र अढ़िया, MLA भ्राता देवाभाई मालम, MLA भ्राता भगवानजी भाई करगठिया, बिजनेसमैन भ्राता विरम भाई ओडेदरा, नगर पालिका प्रमुख भ्राता मेहुल भाई गोंडलिया, बिजनेसमैन भ्राता मेरामन यादव, बी.के. रूपा बहन तथा बी.के. शिवानी ने दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरुआत की। बीके शिवानी बहन में आये हुए महेमान को ईश्वरीय सौगात दी। आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता बीके शिवानी के व्याख्यान को सुनने के लिए केशोद में जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजयोगिनी शिवानी बहन ने श्रोताओं को जीवन जीने की कला के कई बाते सिखाए।
आध्यात्मिक स्पीकर बीके शिवानी बहनने कहा कि हम अपनी आत्मा को शक्तिशाली बनाने के लिए हर विपरीत स्थिति में भी शांत और स्थिर मन और चित को बनाए रखें। हमें कोई भी कष्ट दे या बद्दुआ दे परंतु हम उसे बद दुआ देने की बजाय उसे दुआ दें। क्योंकि हमारे संस्कार किसी को दुख देने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जो कर्म होते हैं, वही उसके साथ अगले जन्म के लिए जाते हैं। और हमारे इस जन्म के कर्म हमें अगले जन्म का निर्धारण करते हैं।
रोजाना अपने आपको ये विचार दें
– मै शक्तिशाली आत्मा हूं, मैं अपने परिवार का शक्ति स्तम्भ हूँ, जो हुआ अच्छा हुआ, कल्याणकारी हुआ, मैं अपने घर का लाइट हाउस माइट हाउस हूं, लाइट हाउस अर्थात जो दिशा दिखता है और माइट हाउस जो शक्ति और समर्थी देता।
जैसा बार-बार सोचोगे देखना एक दिन वही होने लगेगा।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और बीके शिवानी के उद्बोधन में घण्टो खोए रहे। सम्पूर्ण कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्र.कु. इशिता बहन (अहमदाबाद) के द्वारा किया गया।