भाटापारा: आध्यात्मिकता द्वारा ही स्वस्थ और सुखी जीवन-भगवान भाई

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भाटापारा (छत्तीसगढ़):

जीवन में सफलता के लिए परमात्मा शिव का प्रतिदिन ध्यान आवश्यक है| आध्यात्मिकता द्वारा ही मनुष्य को तनाव मुक्त, व्यसनमुक्त, सकारात्मक जीवन शैली, संबंधों में मधुरता एवं राजयोग मेडिटेशन द्वारा चरित्र निर्माण विषय पर सशक्त किया जा रहा है | स्वस्थ एवं सुखी समाज का निर्माण और इसका एक ही रास्ता है आध्यात्मिक सशक्तिकरण. संस्था से जुड़े लाखों भाई बहनों का अनुभव है राजयोग मेडिटेशन द्वारा जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है.| उक्त उदगार ब्रह्माकुमारी के मुख्यालय माउंट आबू से पधारे हुए   बी के भगवान भाई ने कहा

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र, भाटापारा (छत्तीसगढ़)

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारीज राजयोग सेवाकेंद्र पर आध्यात्मिक ज्ञान और सकारात्मक चिंतन से स्वस्थ, सुखी जीवन  विषय पर कार्यक्रम

 उन्होंने कहा कि जब कोई अध्यात्म के मार्ग पर जाता है, तो चिंता , भय , नशा  के दुख से मुक्त हो जाता है जो हमें पीड़ित कर देते हैं। जाहिर है, यह हमें स्वस्थ, खुश और अधिक शांतिपूर्ण बनाता है। दुनिया में शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य बहुत जरूरी है। दौड़ती भागती जिंदगी, स्पर्धा के चलते लोग अपना ध्यान नहीं रखते हैं और शरीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। साथ ही मानसिक दबाव के चलते तनावग्रस्त हो जाते हैं।

भगवान भाई जी ने कहा कि इस वर्ष की थीम आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वस्थ एवं सुखी समाज को लिया गया है। इसके तहत लोगों को कार्यक्रमों के माध्यम से अध्यात्म का जीवन में महत्व, राजयोग मेडिटेशन, स्वस्थ एवं सुखी समाज बनाने में हमारी क्या भूमिका हो सकती है इस पर जोर दिया जाएगा। आध्यात्मिकता को अपनाने से ही समाज स्वस्थ और सुखी हो सकता है। उन्होंने भाई-बहनों से आहृान किया कि राजयोगी जीवन में बहुत अनुशासन जरूरी है, तभी हमारी उन्नति होती है। हर चीज जब अनुशासन में चलती है तो हम दूसरों के लिए आदर्श बन जाते हैं। आदर्श जीवन से ही कोई प्रभावित होता है। इसलिए अपना जीवन आदर्श बनाएं।

उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच द्वारा विपरित परिस्थिति में हलचल से बाख सकते है निराशा में भी आशा की किरण  दिखने लगती है। अपनी समस्या को समाप्त करने एवं सफल जीवन जीने के लिए विचारों को सकारात्मक बनाने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समस्याओं का कारण ढूढने की बजाए निवारण ढंूढ़े।उन्होंने कहा कि समस्या का चिंतन करने से तनाव की उत्पत्ति होती है।

·      पोहा मिल अध्यक्ष रंजित दावनी जी ने कहा कि ब्रह्माकुमारी द्वारा जो मेडिटेशन सिखाया जाता है वह तनाव मुक्ति का सहज उपाय है ने कहा कि किस प्रकार हम सकारात्मक सोच के तहत सकारात्मक ऊर्जा जन-जन को दे सकते हैं। जिससे एक खुशनुमा वातावरण तो बनता ही है साथ ही हम अपने सदाचरण, व्यवहार व सकारात्मक सोच रखे | 

·      अम्बुज सीमेंट प्लेंट के मेनेजर अनिल गुप्ता जी ने कहा कि सकारात्मक या नकारात्मक तनाव के  कारण का   करने के लिए मेडिटेशन को अपनाए | सकारात्मक सोच का आधार जीवन में आध्यात्मिक चिंतन हो |

·      स्थानीय ब्रह्माकुमारी संस्था कि प्रभारी बी के मंजू बहन जी ने कहा  की वर्तमान समय माहौल तनावपूर्ण होता है तो हमे तनाव से बचने का उपाय करना चाईए आध्यत्मिक चिंतन से हम तनाव से मुक्त बन अपना कर्तव्य भी निर्भयता से कर  सकते है |

·      कार्यक्रम कि शुरुवात  दीप प्रज्वलन करके किया | बी के भगवान भाई जी का स्वागत उपस्थित सभी पत्रकार बंधुओ ने , DAV स्कुल के टीचर्स स्टाफ ने शाल , नारियल और गुलदस्ता देकर किया गया |

·      कार्यक्रम में बी के रामेश्वरी बहन जी , पूर्व DO ओरियन्टल इन्सुरन्स कम्पनी के राजीव अग्रवाल , सत्यम शिवम् सुन्दरम राईस मिल के मालिक ग्यारसी अग्रवाल भी उपस्थित थे |

·      अंत में मनोबल बढ़ाने और तनाव मुक्ति हेतु बी के भगवान भी ने राजयोग मेडिटेशन भी कराया |

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