जयपुर,राजस्थान: वर्ल्ड मेडिटेशन दिवस के उपलक्ष में ब्रह्माकुमारीज जयपुर पीस पैलेस एवं एजुकेशन विंग (RERF) द्वारा आयोजित दो दिवसीय क्रिएटिव नेशनल राजयोग मेडिटेशन कोर्स ट्रेंनिंग सफलता पुर्वक संपन्न हुई। इस ट्रेनिंग का उद्घाटन भ्राता सीताराम अग्रवाल निदेशक मंगला सरिया, समाजसेवी व पूर्व राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एवं राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (RIICO) के निदेशक, बहल सेवाकेंद्र प्रभारी राजयोगिनी शकुंतला दीदी द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया कार्यक्रम में थॉटलैब प्रोफेसर भ्राता मुकेश अग्रवाल स्प्रिचुअल रिसर्च सेल JECRC जयपुर, पीस पैलेस सेवाकेंद्र प्रभारी ब्र.कु हेमलता बहन, ब्र.कु मीना बहन , कविता बहन व क्षेत्र के गणमान्य व्यापारी व डॉक्टर भी उपस्थित रहे ।
इस ट्रेनिंग में भारत के 15 राज्यों से 75 बी के ट्रेनर्स भाई व बहने उपस्थित हुए । सभी ने इस ट्रेनिंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस ट्रेनिंग में ब्र.कु मुकेश भाई व चित्रा बहन ने 8 सेशन लिए जिनको P.P.T के माध्यम से स्पष्ट किया गया। यह ट्रेनिंग स्कूल, कॉलेजेस, कॉरपोरेट, एम.एन.सी में किस प्रकार क्रिएटिव मेडिटेशन कोर्स नई तकनीकी द्वारा नए ढंग से कराया जाए इस पर आधारित रही।
राजयोगिनी शकुंतला दीदी ने कहा कि आज का नवयुवक वैल्युज को पीछे छोड़ कर अपने कैरियर के लिए धन कमाने आगे बढ़ता जा रहा है। इस डिजिटल वर्ल्ड में हम डिजिटलाइजेशन को अडॉप्ट करते-करते वैल्यूज को खो चुके हैं। इस ट्रेनिंग में नई तकनीक सीख कर हम अवश्य ही आज के युवक को संस्कारों से अवगत करा सकते हैं। सीताराम अग्रवाल जी ने भी जयपुर में हो रही यह नेशनल ट्रेनिंग को खूब सराहा तथा आए हुए सभी मेहमानों का गुलाबी नगरी में दिल से स्वागत किया । उन्होंने ब्रह्माकुमारीज की सेवाओं को भी खूब सराहा और कहा कि मेरे जीवन में सफलता का आधार श्रेष्ठ भावना और परमात्मा से जुड़ाव है और यह शिक्षा ब्रह्माकुमारीज में सिखाई जाती है। सेवा केंद्र संचालिका ब्र.कु हेमलता बहन ने आए हुए सभी मेहमानों का स्वागत व सम्मान किया। सभी ने पीस पैलेस की व्यवस्था व सकारात्मक ऊर्जा को खूब सराहा । सभी ने जयपुर दर्शन के साथ-साथ ट्रेनिंग के अंतिम पड़ाव पर आदरणीय अजमेर संभाग प्रभारी राजयोगिनी शांता दीदी जी के संग क्रिसमस का त्यौहार भी मनाया ।
4 दिन सभी ने ट्रेनिंग के साथ आध्यात्मिक आनंद उठाया व आशा रखी कि इस प्रकार की बी के भाई बहनों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम भविष्य में भी रखे जाएं।