मंच पर उपस्थित महानुभावों ने कार्यक्रम का द्वीप प्रज्वलित किया और केक काटा
4 बालब्रह्मचारिणी ब्रह्माकुमारी बहनों का समर्पण समारोह।
636 गृहस्थ में रहने वाले पवित्र युगलों का ताज, माला से स्वागत सम्मान किया गया।
साकलचंद पटेल यूनिवर्सिटी में ब्रह्मा कुमारीज़ का हुआ विशाल रंगारंग कार्यक्रम के साथ संपन्न
महेसाणा की रचना बहन और ग्रुप ने मुस्काए जाएं ये हवाऐं पर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया । मधुर वाणी ग्रुप के सतीश भाई,नितिन भाई स्वागत गीत की प्रस्तुति शानदार की।
विसनगर गुजरात: आज के इस त्रिवेणी कार्यक्रम में साकलचंद यूनिवर्सिटी के चेयरमेन प्रकाशभाई पटेल ने कहा कि विसनगर में आप सभी ब्रह्माकुमारीज के महानुभावों का स्वागत करता हूं l समर्पण कुमारियों ने जो सबकुछ त्याग कर विश्व सेवा कर रही उनका अभिनन्दन। माता-पिता का परम सौभाग्य है कुमारियों को विश्व सेवा में समर्पित कर रहे। 50 वर्षों से विसनगर की ब्रह्मकुमारीज की मेहनत का यह स्वर्णिम अवसर पर हमारी यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम करने से मैं बहुत खुश हूं। ब्रह्माकुमारी बहनें अपने जीवन में शांति स्थापित करके विश्व में शांति का संदेश देना का महान कार्य कर रहे है।
ओम शांति रिट्रीट सेंटर दिल्ली की डायरेक्टर राजयोगिनी बी. के. आशा दीदी ने कहा कि एक त्रिवेणी प्रयाग राज में है और एक त्रिवेणी यहां भी है पवित्र कन्याओं का समर्पण ,एंजल पार्क और पवित्र गृहस्थ जीवन बनाने वाले गृहस्थ जीवन जीने वाले भाई बहनों का अभिनन्दन। कहा का की विसनगर में एंजल पार्क अर्थात अपनी एंजेलिक स्थिति का अनुभव करेंगे।
दूसरा प्रभु समर्पण करने वाली कन्याएं जो सद्बुद्धि का उपयोग करके सोने के हिरन में न फंसकर राम की सीता, शिव की पार्वती बन गई है। त्याग, तपस्या, वैराग्य और सेवा हमारे जीवन की रीति नीति है, एक बल एक भरोसा,जिसके बने उससे सदा आज्ञाकारी, ईमानदार वफादार रहना है। सर्व संबंध परमात्मा शिव के साथ है, वो ही संसार है। यह पथ अकेले चलने का है,अकेले आए थे अकेले जाना है। हम सभी का श्रृंगार हमारी मर्यादाएं, नियम है जो हमारे आभूषण है। मीठी बहनों इन आभूषणों को सम्भाल कर रखना है। विद्या हमारा जीवन का अलंकार है। आपका विशेष खुशी और संतुष्टता का खजाना है। चाहे नमक रोटी हो चाहे खीर पूरी हो लेकिन सदा संतुष्ट। मुश्किलें आयेगी लेकिन पीछे मूड के नहीं देखना, मुश्किलातों को कह दो – मेरा खुदा बड़ा है।
आज महान विवेकानंद जी की जन्म जयंती है जिन्होंने पवित्रता और दृढ़ता से आध्यात्मिकता की अलख जगाई। यहां पर हजारों युगल पवित्र जीवन बिता रहे है, जो मुबारक के पात्र है। बहुत बहुत बधाई है, शुभकामना है।
ब्रह्मा कुमारीज़ गुजरात जोन डायरेक्टर राजयोगिनी बी. के. भारती दीदी ने कहा कि धीरज शांति से बैठ कर आपने शोभा बढ़ाई। पिताश्री ब्रह्मा बाबा की गुजरात पर बहुत बहुत उम्मीदें रही है। परमात्मा की शुभ कामना से गुजरात आगे बढ़ रहा है। इस त्रिवेणी संगम पर परमात्मा के डायरेक्शन को कर रहे है करते रहेंगे। मैं विसनगर की बहनों भाईयों का अभिनन्दन करती हूं जो तन ,मन, धन से सेवा कर रहे जिसकी सफलता मिल रही है। शुभ कार्य में विघ्न आते लेकिन कुछ हमे आगे बढ़ाने का पाठ पढ़ता है। त्रिवेणी कार्यक्रम की बहुत बहुत बधाई।
मोटिवेशनल आध्यात्मिक वक्ता आचार्य श्री परमानन्द जी ने कहा कि शिव पिता का धन्यवाद जो समय पर हमें यहां कार्यक्रम में पहुंचाया। अनुपम, अद्भूत दृश्य है,बहुत सुंदर कार्यक्रम है। सोचा नहीं था कि मेरा लगाव ब्रह्माकुमारीज में होगा लेकिन गृहस्थ में रह कर पवित्र रहते है इसे देख कर मैं प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि पवित्रता की कमी से खतरा निर्माण होता है। पवित्रता ब्रह्मा कुमारीज़ में देखने को मिला। परमात्मा एक है हम मानते है लेकिन वह कौन है इसे जाने बिना एकता संभव नहीं । लोग एक को मानते है लेकिन जानते नहीं। ब्रह्मा कुमारीज़ संस्था जो एक है उसे अच्छी तरह जानती है। यहां के समागम में जो पवित्रता है वह अद्भुत है। समय बहुत थोड़ा बचा है । हम सभी आत्मिक रूप से भाई -भाई है। हम चाहते है कि इस पवित्रता का प्रकाश और तेजी से फैलाए इसकी शुभ कामना। यह कार्य ब्रह्माकुमारीज द्वारा संभव है क्योंकि इस संस्था का संस्थापक शिव परमात्मा है। मैं पवित्र कन्याओं,माताओं-भाईयों का अभिनन्दन करता हूं।
भावनगर से पधारी राजयोगिनी बी. के. तृप्ति बहन ने कहा कि गोल्डन जुबली त्रिवेणी कार्यक्रम पर मेहनत के साथ परमात्मा कृपा हम सभी पर बरस रही है। उन्होंने कहा कि यह चार कुमारियाँ जो समर्पित हो रही उनका पति परमेश्वर शिव है। शिव की शक्ति, मीरा की भक्ति, गणेश की बुद्धि इन्हें प्राप्त हो यही कामना। उनके माता-पिता का भी सौभाग्य है कि उनकी पुत्रियां प्रभु समर्पित हो रही है। संसार में रह के कमल समान बनाने वाले युगलों का अभिनन्दन । नर से नारायण, नारी से श्री लक्ष्मी बनने वाले यह पवित्र महान युगल है।
अहमदाबाद से पधारी ब्रह्मा कुमारीज युवा प्रभाग और कला संस्कृति की अध्यक्षा चंद्रिका दीदी ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की जयंती के महान पर्व पर हम सभी एकत्रित इस त्रिवेणी संगम पर समर्पण कुमारियों का दिल से अभिनंदन। दादा लेखराज जो कि पिताश्री ब्रह्मा ने पवित्र जीवन का लक्ष्य दिया और हजारों घर घर-गृहस्थ को कमल समान पवित्र बनाया उनका दिल से अभिनन्दन। माता पिता का जीवन सुंदर बनने से संतान का जीवन भी सुंदर बनता है। यहां पर घर गृहस्थ में रहकर मनोविकारों का त्याग किया है। तन,मन,धन,जन संबंध,समय का सदुपयोग करने से परिणाम श्रेष्ठ मिलता है।
अहमदाबाद की राजयोगिनी शारदा दीदी ने कहा कि आग और कपास एक साथ नहीं रह सकते लेकिन ब्रह्मा कुमारीज़ के लाखों गृहस्थ में रहते पवित्र जीवन जी रहे है।
महेसाणा से पधारी ब्रह्मा कुमारीज़ ग्राम विकास प्रभाग की अध्यक्षा राजयोगिनी सरला दीदी ने भी त्रिवेणी संगम की बहुत बहुत बधाई दी और सभी का आभार ,अभिनंदन किया। उन्होंने कहा की दादी प्रकाशमणि जे जो वरदान दिए वह आज फलीभूत होर रहा है।
राजयोगिनी बी के रक्षा बहन ,विसनगर ब्रह्मकुमारीज की संचालिका ने विनम्र भाव से शब्दों द्वारा खुशी से सभी मेहमानों का जोरदार स्वागत किया।
समर्पित होने वाली कुमारियों ने अपनी अपनी समर्पण की खुशी जाहिर की और पवित्र जीवन की प्रतिज्ञा की। एक कुमारी ने कहा कि मैं बचपन से ईश्वरीय ज्ञान में हूँ । बचपन में दादी ने कहा था तेरा भी समर्पण होगा और आज मेरा प्रत्यक्ष रूप से हो रहा। जो नारी को धूल समझते थे आज शक्ति रूप बना दिया। विश्व सेवा के लिए लायक बनाया। मैं भाग्यशाली जो अखंड सौभाग्यशाली हूं ,भगवान ने पसंद किया। माता पिता का बहुत धन्यवाद।
इस अवसर पर नगरपालिका प्रमुख ,उत्तम भाई पटेल ,मनीषाबेन पटेल , सरपंच राजू भाई, आर के ज्वेलर्स,मेहसाणा से मुकेश भाई ,ब्रह्मा कुमारीज़ मुख्यालय माउंट आबू से 70 समर्पित भाई बहनें भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में लगभग पांच हजार भाई बहनों ने सभागार को सुशोभित किया।
आदिपुर से पधारी प्रो. किरण बहन ने मंच संचालन किया।
बच्चों द्वारा शानदार हर्ष -उल्ल्हास के साथ प्रस्तुति