हैदराबाद,तेलंगाना: प्राण प्यारे अव्यक्त बापदादा की अति लाडली, अथक सेवाधारी, कुलदीप बहन की राइट हैण्ड, हैदराबाद मेहन्दीपटनम सेवाकेन्द्र संचालिका बी.के शीला बहन, आज शाम को 4.40 बजे अपना पुराना शरीर छोड़कर बापदादा की गोद में चली गई। आपके शरीर की आयु लगभग 50 वर्ष थी। 34 साल आपने बाबा के बेहद यज्ञ में सेवायें दी।
आपको 4 माह पहले लिवर कैंसर चौथी स्टेज पर अचानक मालूम हुआ,जो थोड़े ही समय में ही फैल गया। उन्हें पिछले 15 दिनों से डाक्टर्स की देखरेख में शान्ति सरोवर में रखकर उन्हें हर प्रकार का उपचार दिया गया फिर भी अचानक का पाठ पक्का कराते हुए आज सत्गुरूवार सायं 4.40 को वहां के स्थानीय हॉस्पिटल में अपना पुराना शरीर छोड बाप दादा की गोद ली।
आपने बहुत ही छोटी उम्र में बाबा को पहचाना। बहुत कठिन बन्धन होते हुऐ भी निश्चय बुद्धि बन आप आगे बढ़ती रही एवं बापदादा के यज्ञ में 1995 से सेवाकेन्द्र पर रहकर सेवायें देती रही। आपने वी.आई.पी की, सरकारी अधिकारियों की बहुत अच्छी सेवायें की, तथा ब्राह्मणों की पालना के लिए भट्ठियां आदि करवाती रही। आप बहुत ही दिल वाले विशाल बुद्धि और दुरादेशी आत्मा थी। ईश्वरीय परिवार के दिल के पास थी, पूरे ही परिवार की स्नेही, लाडली थी। ऐसी स्नेही आत्मा आज बाबा के पास वतन में चली गई। हम सभी उन्हें बहुत बहुत स्नेह श्रंधाजलि अर्पित करते हैं।
आज उनके पार्थिव शरीर को पहले सायं 6 से 8 बजे तक मेहन्दीपटनम सेवाकेन्द्र पर सभी के दर्शनार्थ रखा जायेगा, उसके पश्चात सायं 8 बजे से शान्तिसरोवर में रखा जायेगा।
दिनांक 7 मार्च शुक्रवार 2025 को दोपहर 2 बजे अन्तिम विदाई देते हुए अन्तिम संस्कार किया जायेगा।





