पुणे-जगदम्बा भवन,महाराष्ट्र: मातेश्वरी जगदंबा की स्मृति में बना विश्व का एकमात्र पुणे के पिसोली स्थित “जगदंबा भवन मेडिटेशन रिट्रीट सेंटर” ने मनाई 7 वी वर्षगांठ। साथ साथ हुआ बी.के. टीचर्स के लिए विशेष 2 दिवसीय भट्टी का आयोजन।नारियों के अंदर आध्यात्मिक जागृति करने हेतु कार्यक्रम का आयोजन।
आदरणीय दादी जानकी जी के प्रेरणा से बने जगदंबा भवन की 7 वी वर्षगांठ बड़े ही हर्ष उल्हास के साथ मनाई गयी। इस ख़ुशी के मौके पर साकार मम्मा-बाबा की पालना ली हुए यज्ञ स्नेही , परम आदरणीय चक्रधारी दीदीजी भी उपस्थित रहे। उन्होंने साकार बाबा और मम्मा की यादें सभी के बीच रख बहोत सुंदर प्रेरणाएं दी। 7 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दीदीजी ने सभी से यह संकल्प कराया की विश्व की सभी आत्माओं को सकाश देनी है, न सिर्फ स्वयं को शक्तिशाली बनाये, अपितु सभी के लिए कल्याणकारी भावना रख सभी को शक्तिशाली बनाये।इस अवसर पर पुणे नगर निगम के सहायक आयुक्त आदरणीय लक्ष्मण कादबाणे जी ने संस्था के सदस्यों को जगदंबा भवन की ७ वी वर्षगांठ निमित्त बधाईया दी।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बना ड्रामा – “जगदंबा भवन दर्शन”। जगदंबा भवन के विद्यार्थियों द्वारा निर्मित इस ड्रामा के माध्यम से सभी को एक स्थान पर बैठे ही भवन का दर्शन कराया गया, जिसे सभी ने बहुत सराहा। साथ ही ब्रह्माकुमारी हर्षदा बहन द्वारा और कुमारी शिवांशी द्वारा नृत्य और ब्रह्माकुमार मुकेश द्वारा गीत प्रस्तुत किये गए।
कार्यक्रम में जगदंबा भवन की संचालिका ब्रह्माकुमारी सुनंदा दीदीजी ने भी सभी को शुभ प्रेरणाएं दी। इस अवसर पर मीरा सोसायटी की सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी नलिनी दीदीजी, उषा बहनजी, वरिष्ठ राजयोगी दशरथ भाईजी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी भाग्यश्री बहन ने किया।
आदरणीय चक्रधारी दीदीजी द्वारा मीरा सोसायटी सबजोन की टीचर्स के लिए विशेष 2 दिवसीय भट्टी का आयोजन किया गया। भट्टी का विषय था – “संपन्नता का आधार – संतुलन”। भट्टी का लाभ लगभग 120 टीचर्स ने लिया।
“नारी – श्रेष्ठ बदलाव की सूत्रधार” इस विषय पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमे समाज की विशिष्ट महिलाये शामिल हुई। आदरणीय चक्रधारी दीदीजी ने सभी को अपने अमूल्य विचारों से लाभान्वित किया। इस मौके पर नेचुरोपैथी रजिस्ट्रेशन बोर्ड की सी.ई.ओ. प्रोफेसर (डॉ.) सत्य लक्ष्मी जी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। ब्रह्माकुमारी नलिनी दीदीजी ने सभी को योग कमेंट्री द्वारा शांति की अनुभूति कराई। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी सुलभा बहन ने किया। कार्यक्रम का लाभ लगभग 100 से अधिक महिलाओंने लिया।





