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माउंट आबू : मीडिया कर्मियों के राष्ट्रीय सम्मेलन का खुला सत्र

माउंट आबू,राजस्थान। वैश्विक शांति व सद्भाव के अग्रदूत के रूप में मीडिया की भूमिका विषय को लेकर ब्रह्माकुमारी संगठन के ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में संगठन के मीडिया सेवा प्रभाग के बैनर तले चल रहे चार दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के खुले सत्र में मीडिया नैतिकता, जवाबदेही व स्व-मूल्यांकन पर देश के विभिन्न हिस्सों से आए मीडिया कर्मियों ने अनुभवयुक्त विचार रखे।

उत्तराखंड मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार प्रो. डॉ. गोविंद सिंह ने खुले सत्र को संबोधित करते कहा कि नैतिक मूल्यों के सत्य शब्दों का अर्थ ह्रास होने से समाज का बहुत बड़ा हिस्सा प्रभावित हो रहा है। तेजी से बदलती मीडिया तकनीक के साथ स्वमूल्यांकन, नैतिकता, जवाबदेही का संतुलन बनाए रखने के लिए ब्रह्माकुमारी संगठन की ओर से मूल्यों को लेकर गंभीरतापूर्वक दिया जा रहा प्रशिक्षण ही समाज, देश व विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने का सामर्थ्य रखता है।

ज्ञान सरोवर निदेशिका बीके प्रभा दीदी ने मीडियाकर्मियों को कलम की ताकत का महत्व बताते हुए आध्यात्मिकता को जीवन में अंगीकार कर कर्म क्षेत्र में सत्यनिष्ठा व सेवाभाव बनाए रखने पर बल दिया।

माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय की वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. ऊर्वशी परमार ने कहा कि नैतिकता हमारे चरित्र व व्यवहार का एक हिस्सा है। जो हमारे वास्तविक संस्कारों में है। बिना किसी पक्षपात व दबाव के सच को सकारात्मक तरीके से प्रकाशित करना ही मीडियाकर्मियों का दायित्व है।

प्रसार भारती डीडी न्यूज संपादक उमानाथ सिंह ने कहा कि मीडियाकर्मी समाज के हर तबके से जुड़ा होता है जिसे समाज के विभिन्न वर्गों की नैतिकता का संतुलन रखते हुए जवाबदेही तय करनी होती है। मीडिया का बदलता स्वरूप आने वाली पीढ़ी के लिए चुनौतियां भरा है जिसमें नैतिक मूल्यों से सशक्त मीडियाकर्मी ही समाज को सकारात्मक दिशा देने में समर्थ होगा।

महाराष्ट्र दैनिक देशोन्मुख के एडिटर राजेश राजोरे ने कहा कि मीडिया के बदलते आयाम को देखते हुए नैतिकता को बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। मीडिया में सत्य, पारदर्शिता आदि सिद्धांतों का समझौता नहीं करना चाहिए।

नोएडा से आए बिजनेस स्टेंडर्ड न्यूज एडिटर आशुतोष ओझा, भोपाल से आई एक न्यूज चैनल की डायरेक्टर व एडिटर शेफाली गुप्ता, प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बीके सुशांत, ज्ञानामृत पत्रिका की सहायक एडिटर बीके उर्मिला बहन आदि ने भी विचार व्यक्त किए। मुंबई से आई वरिष्ठ राजयोग प्रशिक्षिका बीके शकू बहन ने राजयोग का अभ्यास कराते हुए गहन शान्ति की अनुभूति कराई। प्रभाग की भोपाल क्षेत्रीय संयोजिका बीके डॉ. रीना ने मंच का संचालन किया।

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