मुख पृष्ठसमाचारबहल : विश्व मातृ दिवस पर निःशुल्क नशा मुक्ति मेडिसिन कैम्प आयोजित

बहल : विश्व मातृ दिवस पर निःशुल्क नशा मुक्ति मेडिसिन कैम्प आयोजित

बहल (हरियाणा ) : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बहल में निशुल्क नशा मुक्ति मेडिसिन कैंप के दूसरे दिन विश्व मातृ दिवस के उपलक्ष में नशा मुक्त समाज बनाने मे मातृ  शक्ति का योगदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिवानी बहल क्षेत्र के पुलिस उप अधीक्षक(HPS) श्री जय भगवान जी ने कहा के नशे के खिलाफ गांव और कस्बे के हर नागरिक को एकजुट होना होगा और इसमें प्रत्येक माता को गुरु की भूमिका निभानी पड़ेगी।उन्होंने मातृ शक्ति का आवाहन करते हुए कहा की बच्चों को प्राथमिक पाठशाला में जाने समय ही माँ बच्चों की अनुपस्थिति में उसका स्कूल बैग चेक करें कि उसमें किसी प्रकार की कोई नशे की वस्तु तो नहीं है। इसके साथ-साथ यह भी चेक करें कि क्या उसके पेंट की जेब में किसी प्रकार की कोई नशे की चीजों के अवशेष तो नहीं है। मां, बहन या दादी को अति विश्वासी नहीं होना है। अपने बच्चों का बहुत ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि सभी काम पुलिस प्रशासन या स्कूल के अध्यापक नहीं कर सकते हैं यह जिम्मेदारी घर से शुरू होती है। वर्तमान समय को देखते हुए माता-पिता और अभिभावकों की जिम्मेदारी पहले से कुछ ज्यादा बढ़ गई है।उन्होंने कहा कि शराब से भी अधिक चरस गांजा, चिट्टा बहुत नुकसानकरक है।उन्होंने सुझाव दिया कि शराबी या नशेड़ी से नफ़रत नहीं, उसे प्यार की आवश्यकता है। उसके साथ बीमार, रोगी की तरह दयावान बनकर पेश आएं तो वह नशा मुक्त हो जायेगा।

कार्यक्रम की  प्रणेता और आयोजिका बहल केंद्र संचालिका राजयोगिनी बी के शकुंतला नें कहा  कि जीवन के सभी अच्छे बुरे कर्मों का आधार मन बुद्धि और कर्मन्द्रियां है। यदि राजयोग ध्यान की विधि अपनाकर मन को शक्तिशाली बना लिया जाये तो किसी भी नशे से सहज ही छुटकारा मिल जाता है। राजयोग वह विधि है जिसके माध्यम से हम अपने अंदर छुपी हुई असीम शक्तियों को पहचानते है और स्व सशक्ति करण से समाज सशक्तीकरण हो जाता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से एक व्यक्ति एक को नशा मुक्त बनाये -ऐसी प्रतिज्ञा कराई।

मातृ शक्ति को सम्बोधित करते हुवे आगे उन्होंने कहा कि एक माता माँ और प्रथम शिक्षिका की भूमिका तो बखूबी निभा रही है, अभी उसे प्रथम गुरु बनकर अपने बच्चों के अज्ञान तम को भी मिटाना होगा।इतिहास साक्षी है की मातृ शक्ति ज़ब किसी कार्य को ठान लेती है तो वह पीछे हटना नहीं जानती। चट्टान बन जाती है। आज फिर से समय की पुकार है कि वह आने वाली पीढ़ी को ऐसा चरित्रवान बनाये कि हर बालक मोहन और हर बालिका राधा समान देवत्व को धारण करे और ये विश्व पुनः स्वर्ग सोने की चिड़िया बन जाये। पानीपत से पधारे राजयोगी बी के डॉ रामकुमार नें कहा की पीने के समय बीड़ी 2 ₹ की है लेकिन उसके सेवन से ज़ब कैंसर हो जाती है तो वही बीड़ी 2 लाख की हो जाती है। नशा छोड़ना मुश्किल नहीं है कुछ दवा का और कुछ सुखदायी कर्मों से दुआओं का सहयोग लेकर समाज की मुख्य धारा मे शामिल हो सकते है। सत का संग तारे, कुसँग डुबोये। 90 % नशा गलत संग से लगता है। उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध  किया कि कुछ समय अपने बच्चों के साथ अवश्य बितायें , उनकी मन कि बात पूछें, फिर बड़े होकर वे भी आपके पास बैठेंगे, आपका हाल चाल पूछेंगे।

कार्यक्रम को बहल के सरपंच भ्राता साधुराम पनिहार, बहल के थाना प्रभारी (SHO) जयभगवान  शर्मा  नें भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम मे बी के पूनम बहन ने  राजयोग के अभ्यास द्वारा सभी को गहरी शान्ति का अहसास कराया। केंद्र संचालिका बी के शकुंतला बहन नें मंचासीन मेहमानों को बैज, पटका, मोमेंटो व प्रसाद द्वारा सम्मानित किया। सभी नें ब्रह्माभोजन (प्रसाद ) भी ग्रहण किया।कार्यक्रम का संचालन बहल मार्किट कमेटी के पूर्व चैयरमेन  सुशील केडिया नें किया।

कार्यक्रम मे भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल सिरसी, समाज सेवी अनिवासी (NRI)भारतीय बजरंग खन्ना, प्रगतिशील किसान महेंद्र साबू, समाज सेवी कुसुम साबू,  समाज सेवी सागर मल केडिया, दीपक चौधरी, मुकेश गरवा, कृष्ण वर्मा,बी के लक्ष्मण, बी के बजरंग, बी के मीनू,बी के दिव्यता उपस्थित रहे।

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