रीवा, मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, शांति धाम, झिरिया एवं रीवा पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पुलिस कंट्रोल रूम, रीवा में अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर एक विशेष नशा मुक्ति कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यक्रम पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन रीवा श्री गौरव राजपूत जी के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे पुलिस उप महानिरीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल जी, पुलिस अधीक्षक श्री विवेक सिंह जी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती आरती सिंह एवं श्री विवेक लाल, सीएसपी श्रीमती शिवाली चतुर्वेदी एवं श्रीमती रितु उपाध्याय, डीएसपी, एसडीओपी, टीआई, महिला थाना प्रभारी, आरआई, सूबेदार सहित जिले के सभी प्रमुख पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता राजयोगिनी बीके निर्मला दीदी जी रहीं, जिन्होंने अपने प्रभावशाली और गहन अनुभवों के माध्यम से सभा को संबोधित किया। उन्होंने विशेष रूप से यह रेखांकित किया कि नशा केवल एक शारीरिक या सामाजिक समस्या नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक कमजोरी का परिणाम होता है। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि जब व्यक्ति अपने आत्म-सम्मान, आत्म-विश्वास और आत्म-गरिमा को पहचान लेता है, तब वह सहज ही नशे की आदतों से मुक्त हो सकता है। उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया, जहाँ उन्होंने डाकूओं, अपराधियों और गहरे नशे में डूबे लोगों को राजयोग के माध्यम से एक श्रेष्ठ जीवन की ओर मोड़ा और हजारों लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाया।
इस अवसर पर पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल जी ने सभा को संबोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी संगठन के इस अद्भुत प्रयास की सराहना की और कहा कि पुलिस परिवार और ब्रह्माकुमारी परिवार मिलकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल कर रहे हैं। उन्होंने संगठन का आभार व्यक्त किया और आगे भी इस प्रकार के सहयोग और कार्यशालाओं की आवश्यकता बताई।
पुलिस अधीक्षक श्री विवेक सिंह जी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस विभाग अपने स्तर पर हमेशा समाज को सुरक्षित और स्वस्थ रखने का प्रयास करता है, लेकिन ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से जब आध्यात्मिक जागृति की बात आती है, तो उसका प्रभाव कहीं अधिक गहरा और स्थायी होता है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं है, बल्कि एक आंदोलन है, जो समाज में हर व्यक्ति को भीतर से मजबूत बनाकर नशे से मुक्ति की राह पर ले जाता है। ब्राह्माकुमारी संगठन की ओर से दीदी जी ने पुलिस विभाग को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।








