रीवा, मध्य प्रदेश। जिला प्रशासन रीवा के विशेष सहयोग से नशा मुक्त रीवा अभियान के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, शांति धाम, झिरिया रीवा द्वारा जनपद पंचायत गंगेव में आज दिनांक 12/06/25 को नशा मुक्ति और तनाव मुक्त प्रबंधन पर एक कार्यशाला आयोजित हुई।
जिसमें कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजयोगिनी बीके निर्मला दीदी,
मुख्य वक्ता के रूप में बीके प्रकाश भाई , कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती प्राची चौबे जनपद पंचायत सीईओ गंगेव ने किया।
जनपद सभा में गंगेव के सभी पदाधिकारी कर्मचारी लगभग 88 ग्राम पंचायत के सचिव व रोजगार सहायक उपस्थित रहे। बीके जीवन ज्योति, बीके सुभाष भाई भी कार्यक्रम में पहुंचकर कार्यक्रम में सहभागिता की ।
राजयोगिनी बीके निर्मला दीदी जी ने हजारों-लाखों लोगों को नशे की आदत से छुड़ाकर श्रेष्ठ जीवन की ओर प्रेरित करने के अनुभव साझा किए। उन्होंने आत्म-परिचय, आत्म-सशक्तिकरण, और आध्यात्मिक काउंसलिंग की महत्ता पर जोर दिया, जिससे व्यक्ति अपनी कमजोरियों को पहचानकर उन्हें पार कर सकता है।
मुख्य वक्ता बीके प्रकाश भाई जी ने कार्यक्रम में इस बात पर विशेष बल दिया कि नशा मुक्ति केवल शारीरिक या दवाई से संभव नहीं है, बल्कि जब व्यक्ति अपने आत्म-सम्मान, नैतिक मूल्यों और आत्म-शक्ति को पहचानता है, तभी वह स्थायी रूप से इन आदतों से मुक्त हो सकता है। इस दिशा में ब्रह्माकुमारीज संस्थान की सेवाएं उल्लेखनीय हैं। जो सात दिवसीय काउंसलिंग के अलावा, सत्संग, राजयोग, और चरित्र निर्माण की निरंतर प्रक्रियाओं से लोगों को सम्मानपूर्ण जीवन जीने की राह दिखाते हैं।
जनपद सीईओ श्रीमती प्राची जी ने कहा कि नशे से हमारे संपूर्ण जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। नशे का त्याग ही जीवन का सबसे बड़ा त्याग है । नशे से जीवन की सुख शांति गायब हो जाती है।
कार्यक्रम के अंत में नशा मुक्ति की सामूहिक प्रतिज्ञा दिलाई गई।
ब्रह्माकुमारीज परिवार की तरफ से बहनजी ने सीईओ प्राची चौबे जी को स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया।
यह कार्यशाला जिला प्रशासन और ब्रह्माकुमारी संस्थान के संयुक्त प्रयासों का एक सशक्त उदाहरण थी, जो समाज को नशा मुक्त बनाने की दिशा में वास्तविक परिवर्तन की प्रेरणा देती है। इस आयोजन ने यह स्पष्ट किया कि जब प्रशासन और आध्यात्मिक संस्थाएं मिलकर काम करते हैं, तब समाज में सकारात्मक बदलाव लाना और अधिक प्रभावी हो जाता है।






