मेहसाणा, गुजरात। योग को भारतीय संस्कृति की विरासत बताते हुए ब्रह्माकुमारीज़ के गोडली पेलेस में प्रासंगिक प्रवचन करते हुए वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी कुसुम बहन ने कहा “शारीरिक प्राणयाम हमको स्वास्थ्य लाभ अवश्य प्राप्त कराता है किन्तु हमारा जीवन मूल्यों से सुसज्जित, सुख-शांति, पवित्रता से भरपूर बनें एवं आपसी संबंधो में मधुरता तथा व्यवहार में शुद्धता आयें इसके लिए आवश्यकता है राजयोगी की। आत्मा परमात्मा को याद कर शिक्तयां प्राप्त करती है इसको ही राजयोग कहते हैं।”
इस अवसर पर मेहमान के रूप में पधारे सी.आई.एस.एफ. के कमांडन्ट अनिकेत अग्रवाल ने कहा “मानसिक तनाव दूर करने के लिए योग आवश्यक है। जीवन में लेने वाले निर्णयों का सही ढंग से संचालन करने के लिए आत्म मूल्यांकन करना बहुत जरूरी है, जिसका साधन भी है योग। ब्रह्माकुमारीज़ में आकर सभी के चेहरे पर एक सहजता दिखाई दी। यह सहजता योग से ही आती है।”
इस कार्यक्रम के प्रेरक एवं महेसाणा उपक्षेत्रिय संचालिका आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ने आशीर्वचन देते हुए कहा “सच्चे सुख एवं शांति की अनुभूति योग में है। योग का अर्थ है आत्मा और परमात्मा का मिलन। इस जगत में तीन सत्तायें है – आत्मा, परमात्मा और प्रकृति। यह तनो सत्ता आदि, अनादि एवं अविनाशी है। आत्मा का परमात्मा के साथ संबंध टूटने से प्रेम के सागर परमात्मा की संतान होते हुए भी आत्मा दुःखी है। आत्मा का प्रकृति के साथ संबंध टूटने से प्रकृति भी दुःखदायी बन गई है। इन सभी समस्यायों का समाधान योग में समाया हुआ है। मन की अंदर की कमजोरी को दूर करने का साधन योग है। योग से आत्मा की सुषुप्त शक्तियाँ जाग्रत होती है जिससे मन पर कन्ट्रोल आता है। योग के माध्यम से सद्भावना, मैत्री भाव एवं एकता भाव को स्थापित कर सकते हैं।”
इस अवसर पर भीमनाथ महादेव, महेसाणा के महंत श्री 108 प्रकाशपुरी महाराज, पूजा योगा क्लासीस, कडी के मालिक, घनश्याम भाई पटेल, ब्रह्माकुमारीज़ कडी सेवाकेन्द्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी संगीता बहन सहित 150 जितने महानुभाव उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में ब्रह्माकुमारी शिल्पा बहन ने सभी का शब्दों से स्वागत किया। मंचासिन महेमानों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधि पूर्वक उद्घाटन किया। पूजा योगा क्लासीस, कडी के छात्र कुमारी एन्जल, कुमारी वेदा एवं कुमार इन्द्रसिंह ठाकोर ने अद्भूत योगा कर सभी के दिलों को जीत लिया। घर गृहस्थ में रहते सहज ज्ञान एवं राजयोग का नियमित अभ्यास करते पिंकी बहन पटेल ने सभी को योगा कराये। मंचासिन महेमानों को आदरणीय सरला दीदी जी के वरद हस्तों से ईश्वरीय भेट सौगात अर्पण की गई। परमपिता परमात्मा शिव की पावन स्मृति से प्रारंभ हुआ यह कार्यक्रम परमात्मा की गहन अनुभूति के साथ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम का भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर कार्यक्रम की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करते ही मंत्रालय की तरफ से ब्रह्माकुमारीज़ को सर्टीफिकेट भी प्राप्त हुआ।






