संयम, संतुलन और सुरक्षा का मार्ग- योग… ब्र. कु.प्रेमलता दिदी
कामठी,महाराष्ट्र। – प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज् विद्यालय की शाखा रनाळा कामठी में आंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया| जिसमे कामठी सेवाकेंद्र संचालिका बी के प्रेमलता दिदी ने योग का महत्व समझाते हूए कहा कि योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मन को भी शांत करता है।
योग अर्थात मिलन… परमात्मा, प्रकृती और संस्कृती का मिलन ही स्वस्थ जीवन प्रदान कर सकता है।
वर्तमान भागदौड़ भरी जीवनशैली में योग ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाता है। योग भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा का हिस्सा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का एक माध्यम बन चुका है।
21 जून को विश्वभर के करोड़ों लोग एक ही दिन, एक ही उद्देश्य से योग करते हैं।
2025 की थीम “Yoga for One Earth, One Health” इस बात को रेखांकित करती है कि मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन बनाकर ही हम स्थायी जीवनशैली की ओर बढ़ सकते हैं।
योग नियमितता और अनुशासन को बढ़ावा देता है, जिससे व्यक्ति का कार्यक्षमता और जीवन के प्रति दृष्टिकोण सकारात्मक बनता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह जीवन को संतुलित, स्वस्थ और सकारात्मक बनाने की दिशा में एक वैश्विक आंदोलन है। योग न केवल “करने” की विधा है, बल्कि “जीने” की शैली है। इसिलिए सभी को प्रतिदिन योग करने के लिये प्रेरित भी किया गया।
इस समय कार्यक्रम में माजी उपसभापती सौ विमलताई साबळे, Retd. BSF ऑफिसर शेषराव आढाऊ, डॉ. विवेक दरवई, राजेश आहुजा, महेंद्र भाई, हरिहर भाई, सुनिल भाई, मुकेश भाई आदि उपस्थित थे| सभी ने सामूहिक रिती से योगासन, प्राणायाम, और मेडिटेशन किया।








