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दुर्ग: ब्रह्माकुमारीज “आनंद सरोवर” बघेरा में राजू भाई जी का अनुभव युक्त क्लास

ब्रह्माकुमारीज “आनंद सरोवर” बघेरा में एक दिवसीय अनुभव युक्त क्लास

किसी के अवगुण या बुराई देख उसे स्वयं में धारण करना  जीवन में दुःख-अशांति का कारण है – राजू भाई ( माऊँट आबू )

दुर्ग (छत्तीसगढ़) : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बघेरा स्थित “आनंद सरोवर ” के कमला दीदी सभागार में ब्रह्माकुमारीज के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू (राजस्थान) से ग्राम विकास प्रभाग के उपाध्यक्ष आदरणीय राजू भाई का शुभागमन हुआ । ब्रह्माकुमारी रीटा बहन (संचालिका ब्रह्माकुमारीज दुर्ग ) ने राजू भाई का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया तथा कुमारी युक्ति चंद्राणी, मौसमी व लीना ने मनमोहक स्वागत नृत्य किया । रीटा बहन ने राजू भाई के विषय में बताया कि आप अल्प आयु में ही ब्रह्माकुमारी संस्था में आ गए थे आपको संस्था के वरिष्ठ दादियों एवं भाइयों के साथ रहने का सौभाग्य मिला है और आप अपना जीवन श्रेष्ठ बनाकर अपने अनुभव युक्त क्लास द्वारा लाखों आत्माओं का जीवन श्रेष्ठ बना रहे हैं ।

ब्रह्माकुमारी दुर्ग के विभिन्न सेवास्थान से आए हुए भाई-बहनों को संबोधित करते हुए राजू भाई ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था में निराकार परमपिता परमात्मा “शिव” ने अपने साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा छोटी छोटी बहनों को संस्था के कार्य अर्थ निमित्त बनाया और वही बहनें संपूर्ण विश्व में अपनी कुशल संचालन द्वारा परमात्मा ज्ञान से लाखों करोड़ आत्माओं के जीवन को दिव्य व सुखमय बनाने का कार्य कर रही हैं । विश्व में किसी आध्यात्मिक संस्था में सबसे अधिक समय संस्था की संचालन करने वाली दादी प्रकाशमणि के साथ अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि दादी जी कहा करती थी हम सभी आत्माएं डायमंड है किंतु देह अभिमान के वश हममें जो दाग आ गया है उसे दाग को मिटा कर हमको डायमंड बनना है.

दुनिया में नॉलेज डायमंड जैसे कीमती होता है वैसे ही हमें बनाना है ।

आपने अपना अनुभव बताते हुए कहा भगवान ने हमें सिखाया है बच्चे किसी के दाग अर्थात अवगुण को तुम्हें देखने की छुट्टी नहीं है देखोगे तो दाग तुम्हारे अंदर आ जाएगा किसी की कमियों को देखोगे तो जैसे कहते हैं ना ग्रहण को देखने से ग्रहचारी बैठ जाती है इसलिए लोग सूर्य ग्रहण चंद्र ग्रहण नहीं देखते हैं आंखें खराब होंगी । वह जीवन में ग्रहण लग जाएगा अर्थात जीवन में दुःख व परेशानी आ जाएगी  यहां किसी पर अगर ग्रहण लग जाए कोई विकार कोई भी कमी कमजोरी किसी के अंदर आ जाए और हमने अगर ग्रहण देख लिया और उसे ग्रहण कर लिया कमी कमजोरी देख ली तो ग्रहचारी मेरे ऊपर बैठ जाएगी यह ध्यान रखना है।
कार्यक्रम की सफल संचालन करते हुए रूपाली बहन ने राजू भाई का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने हम सबके आत्मिक उत्थान के लिए अपना अमूल्य क्षण निकाला उसके लिए आपका शत् शत् अभिवादन है  नमन है वंदन है…. ।

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