बीके शैलजा बहन जी द्वारा राखी के धागे के माध्यम से भाई,बहनों के पवित्र रिश्ते का आध्यात्मिक रहस्य स्पष्ट किया गया
बिजावर,मध्य प्रदेश। के गुलगंज रोड शिव सिटी कॉलोनी स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मंगलवार को अलौकिक रक्षाबंधन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया
कार्यक्रम की शुरुआत आए हुए अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर की गई। इस प्रोग्राम में बिजावर क्षेत्र विधायक प्रतिनिधि के रूप में धनंजय शुक्ला, नगर पालिका अध्यक्ष बिजावर लक्ष्मी यादव,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सटई बाला प्रसाद पटेल, सोनी समाज सटई के उपाध्यक्ष नरेश सोनी,
इस अलौकिक रक्षाबंधन महोत्सव कार्यक्रम में बीके शैलजा बहन ने इस त्यौहार के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पावन पर्व पर जो कुछ भी हम करते हैं इसका आध्यात्मिक रहस्य बड़ा सुंदर है, सबसे पहले तिलक लगाकर उसके ऊपर अक्षत लगते हैं यह तिलक आत्म स्मृति का प्रतीक है जो शरीर को चलाने वाली मैं आत्मा, परमात्मा की संतान हूं, मैं पवित्र आत्मा हूं, मैं शांत आत्मा हूं, देव स्वरूप आत्मा हूं, मैं शक्ति स्वरूप आत्मा हूं मैं गुण स्वरूप आत्मा हूं यह स्मृति मेरी अक्षत बनी रहे निरंतर बनी रहे, फिर राखी बांधते हैं जो माउंट आबू से आती है इसमें परमात्मा का दिव्य स्वरुप होता है, जिसको बांधकर यदि हम परमात्मा की श्रीमत पर चलते हैं तो हमारे जीवन की रक्षा की जिम्मेवारी स्वयं परमात्मा करता है।
साथ ही बीके शैलजा बहन जी ने इस त्यौहार पर बहनों की खर्ची के रूप में सभी से एक आग्रह किया कि इस रक्षाबंधन पर सभी को स्वयं की स्थिति अनुसार रक्तदान करना है। राज योगिनी दादी प्रकाशमणि जी की पुण्य स्मृति को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाते हैं। तो यह जो बंधुत्व की भावना है,जो भाईचारे की भावना है, जिसमें अपना एक भाई घायल है, अपना एक भाई बीमार है मृत्यु की सैया पर पड़ा है, अपना एक साथी ऐसी स्थिति में है जिसको रक्त की अत्यंत आवश्यकता है तो क्या हम सब मददगार नहीं बनेंगे। देखिए यह जो परिस्थिति है कभी भी किसी के सामने आ सकती है, अचानक कुछ भी होता है तो ऐसे में रक्त की आवश्यकता की पूर्ति कैसे हो जब हम देंगे तभी जरूरतमंदों की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है।
धनंजय शुक्ला ने सभी को बधाई देते हुए कहां की रक्षाबंधन के पावन पर्व पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी उपस्थित हुए, आज का दिन हमारे लिए महत्वपूर्ण दिन है रक्षाबंधन एक ऐसा पर्व है जो केवल भाई बहनों के रिश्तों को ही नहीं जोड़ता बल्कि यह ऐसा पर्व है जो हमारे मन की शुद्धता, दिव्यता, और रिश्तो की मर्यादा को सीखने वाला रक्षाबंधन ही ऐसा पर्व है।
ब्रह्माकुमारी विद्यालय के द्वारा चलाए जा रहे हैं रक्तदान अभियान के अंतर्गत सभी भाई, बहनों को सूचित करते हुए कहा कि आदरणीय हमारी दादी जी (दादी प्रकाशमणि ब्रह्माकुमारीज की पूर्व मुख्य प्रशासिका )की पुण्य स्मृति में यह कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है,रक्तदान जितना महान दान कोई भी नहीं है हमें कम से कम जरूरतमंदों को हमेशा रक्तदान करना चाहिए, मैं ने भी रक्तदान किया है आप भी करो कोशिश करूंगा कि मैं इस कार्यक्रम में भी शामिल होकर रक्तदान करूगा ,और आप सभी से भी निवेदन है कि आप सभी इस कार्यक्रम में जरूर शामिल हो।
ब्रह्माकुमारी विद्यालय का धन्यवाद करते हुए धनंजय भैया ने कहा कि इस पवित्र कार्यक्रम में आपने शामिल किया,अपने ब्रह्माकुमारी परिवार का सदस्य माना,मैं तहे दिल से ब्रह्माकुमारी परिवार का बहुत-बहुत धन्यवाद अर्पित करता हूं।
इस कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों ने बीके शैलजा बहन जी का श्रीफल, शॉल देकर सम्मान किया, बीके शैलजा बहन जी ने सभी अतिथियों को परमात्म रक्षा सूत्र बांधकर वा आत्मिक स्मृति का तिलक लगाकर सभी को ईश्वरीय प्रसाद व सौगात भेंट कर सभी को बधाई दी। तत्पश्चात बिजावर सहित आसपास के क्षेत्र से आए सभी भाई ,बहनों को बीके बहनों ने रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वरीय प्रसाद देकर प्रोग्राम का समापन किया।







