ब्रह्माकुमारीज की ओर से सिविल अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित
बीएमओ सहित सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स ने भी किया रक्तदान
38 रक्तवीरों ने किया रक्तदान
मुंगावली (अशोकनगर),मध्य प्रदेश । ब्रह्माकुमारीज संस्थान और पंजाबी महिला समिति द्वारा शुक्रवार को सिविल अस्पताल में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि (25 अगस्त 2025) विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस रक्तदान शिविर में 38 रक्तवीरों ने रक्तदान किया। इस दौरान बीएमओ डॉ. अमित पांडे सहित सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स ने सबसे पहले रक्तदान कर लोगों को संदेश दिया।
शुभारंभ पर ज्ञानालय परिवार के अध्यक्ष अर्जुन बृजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनने की प्रक्रिया तेज होती है। आयरन लेवल संतुलित रहता है और हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। एक यूनिट रक्त से तीन से चार लोगों की जान बचाई जा सकती है। ब्रह्माकुमारीज द्वारा दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्य तिथि पर आयोजित पर यह शिविर बहुत ही सराहनीय पहल है। ब्रह्माकुमारी बहनों की सामाजिक सेवाएं प्रेरणादायी और अनुकरणीय हैं। शिविर में नगर पालिका अध्यक्ष नीतू नरेश ग्वाल का विशेष सहयोग रहा।
शिविर में विशेष सहयोगी रहे व रक्तदाता बीएमओ डॉ. अमित पांडे ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्था ने रक्तदान शिविर का बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। इस तरह के कार्य के लिए हमारी टीम सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहेगी। आज समाज में रक्तदान को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है। रक्तदान केवल एक सामाजिक कर्तव्य ही नहीं, बल्कि यह इंसानियत का सबसे बड़ा उपहार है। एक यूनिट रक्त तीन से चार लोगों की जान बचा सकता है। दुर्घटनाओं, प्रसव जटिलताओं, कैंसर, थैलेसीमिया और बड़ी सर्जरी के दौरान रक्त की कमी जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले लोग अनगिनत जीवन बचाने में अहम भूमिका निभाते हैं। पंजाबी महिला समिति अध्यक्ष बरखा अरोड़ा ने कहा कि हमारी समिति द्वारा रक्तदान शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लिया गया है। विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह शिविर बहुत ही सराहनीय है। युवा मोर्चा के हार्दिक अरोड़ा ने कहा कि रक्तदान करने हमारी एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
पूरे देश में चलाया जा रहा है अभियान-
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके जानकी दीदी ने कहा कि संस्थान द्वारा भारत सहित नेपाल में रक्तदान महाअभियान चलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। संस्थान के देशभर में स्थित छह हजार से अधिक सेवाकेंद्रों पर एकसाथ 22,23,24 और 25 अगस्त के बीच विशाल रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। अभियान के तहत एक लाख यूनिट रक्तदान का संकल्प लिया गया है। बीके सरस्वती दीदी, बीके मधु दीदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इनका रहा विशेष सहयोग-
शिविर में बीपीएम सत्येंद्र पटेरिया, एसटीएन शैलेन्द्र सिंह रघुवंशी, डॉ. महेंद्र सिंह बैस, डॉ. रघुराज राजपूत, डॉ. अमित नामदेव, डॉ. धर्मवीर यादव ने रक्तदान किया और विशेष रूप से सराहनीय सहयोग भी रहा। वहीं जिला ब्लड बैंक अशोकनगर से आकाश ओझा और जितेंद्र अहिरवार, फुलनेस कुजूर सहायक के रूप में आए। इस दौरान पंकज सिंह, पंजाबी महिला समिति की मधु अरोड़ा सहित रक्तादाता मौजूद रहे।
रक्तदाता बोले- पहली बार रक्तदान करने वाली 55 साल की जसविंदर सिंह ने कहा कि आज का दिन मेरे जीवन में ऐतिहासिक दिन बन गया है। मैंने पहली बार हिमांत करके रक्तदान किया है। मेरा सभी को यही संदेश है कि रक्तदान के डर को भगाएं और सभी रक्तदान जरूर करें। विकास राजपूत, सचिन अहिरवार, राहुल विश्वकर्मा, जितेंद्र साहू, कपिल साहू ने कहा कि हमारे जीवन में पहला मौका है कि आज रक्तदान कर रहे हैं। आज हम सभी को रक्तदान करके बहुत ही खुशी को अनुभूति हो रही है।









