देहरादून,उत्तराखंड: शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में ब्रह्माकुमारीज द्वारा शिक्षकों के सम्मान हेतु “शिक्षक स्नेह मिलन” समारोह का आयोजन राजपुर रोड सेवाकेन्द्र पर किया गया।
शिक्षा क्षेत्र से जुड़े 80 से अधिक नामचीन हस्तियों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की |
डाॅ अश्विनी कम्बोज जी, रमा आनंद जी, डॉ सीमा रस्तोगी जी, भ्राता डाॅ ए.के श्रीवास्तव जी, बी.के मंजू दीदी जी, बहन रुचि प्रधान दत्ता जी,बहन वर्षा ठाकुर जी,बहन अल्पना गुप्ता जी,बहन पंकज माथुर जी।
समारोह का शुभारंभ सम्मानित मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया।

समारोह में पधारे मुख्य अतिथि , उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज के चेयरमैन,डॉ अश्विनी कम्बोज जी ने शिक्षकों के कार्यो की महानता पर प्रकाश डाला।

बहन वर्षा ठाकुर जी ( सुप्रसिद्ध शिक्षक कॉस्मिक एनर्जी वास्तु शास्त्र भारत ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर)द्वारा बहुत सुंदर मधुर गीत परमपिता, परमशिक्षक की याद का प्रस्तुत किया गया।
ततपश्चात समारोह में पधारी,एम.के.पी इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या,डाॅ सीमा रस्तोगी जी ने भी शिक्षकों की भूमिका पर अपने विचार प्रस्तुत किए। पाइन हॉल स्कूल की प्रधानाचार्या डाॅ रमा आनंद जी ने बताया की एक मिनट साइलेंस का अभ्यास कक्षा मे अवश्य कराना चाहिए,जिससे बहुत फायदा कक्षा में देखने को मिलता है।
कार्यक्रम में पधारी, एशियन स्कूल की प्रधानाचार्या बहन रुचि दत्ता जी ने अपना वक्तव्य रखते हुए कहा शिक्षक का कितना अहम रोल है विद्यार्थियों के जीवन में इसलिए सिर्फ उन्हें पढ़ाना नहीं है,खुद के व्यक्तित्व को भी ऐसा बनाना है।

समारोह में सम्मिलित, श्री सनातन धर्म जूनियर हाई स्कूल की प्रधानाचार्या, बहन पंकज माथुर जी ने भी अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा शिक्षक केवल 99% के लिए ना पढ़ाएं अपितु जीवन में जो मूल्यों की कमी दिखाई दे रही है वो भी सिखाएँ।
उनके पश्चात कार्यक्रम की अतिथि, प्रेमनगर स्थित दून प्रेसीडेंसी स्कूल की प्रधानाचार्या, अल्पना गुप्ता जी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा स्टूडेंट्स को निःस्वार्थ प्रेम से ही जीता जा सकता है, परिवर्तन किया जा सकता है।
देहरादून सब जोन इंचार्ज, ब्रह्माकुमारी मंजू बहन में आशीर्वचन देते हुए प्रेरणा दी की शिक्षक माना ही जो शिष्टाचार, क्षमाशील एवं करके दिखाने वाला हो और विद्यार्थियों को भी बनाए।
कार्यक्रम के अंत मे सभी आए हुए शिक्षकों को ईश्वरीय परिवार की ओर से सौगात भेट की गई।सभी शिक्षकों ने बहुत सुन्दर अनुभूति की वा स्वयं को व विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिए राजयोग सीखने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन स्वाति बहन द्वारा हुआ। सभी मंचासीन अतिथियों का ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा पटको एवं पुष्पों से स्वागत एवं सम्मान किया गया।







