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मुंबई- घाटकोपर: “सच्ची आध्यात्मिकता जीवन से भागना नहीं, बल्कि उसे ज्ञान और विवेक के साथ अपनाना है” : राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज 

मुंबई- घाटकोपर, महाराष्ट्र। पॉड टॉक विद एकता में पॉड टॉक विद एकता के नए एपिसोड में आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता, लोकप्रिय स्तंभकार और ब्रह्माकुमारीज के मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज ने पूर्व मॉडल, अभिनेत्री और होस्ट  एकता खोसला के साथ संवाद साझा किया। इस संवाद में उन्होंने आंतरिक कल्याण के आधार—आध्यात्मिकता, मनोवृत्ति, वैराग्य, सफलता और सच्चे सुख—पर विस्तार से चर्चा की। यह एपिसोड जीवन की रोज़मर्रा की चुनौतियों (तनाव, महत्वाकांक्षा, असंतोष) और आध्यात्मिक ज्ञान (सचेतना, वैराग्य, आत्म-जागरूकता) के बीच सेतु का कार्य करता है।

पॉडकास्ट में राजयोगी निकुंज ने स्पष्ट किया कि आध्यात्मिकता का अर्थ दुनिया से अलग होना नहीं, बल्कि मूल्यों और सजगता के साथ जीना है। उन्होंने वैराग्य को  अपेक्षाओं से मुक्त होना बताया, मनोवृत्ति को अनुभवों को आकार देने वाली कुंजी और सच्चे सुख को आत्म-संयोजन से उत्पन्न होने वाली स्थायी शांति बताया। उन्होंने सफलता को भौतिक उपलब्धियों से परे परिभाषित किया और आंतरिक स्पष्टता, भावनात्मक संतुलन के माध्यम से बाहरी उपलब्धियों से अधिक आंतरिक संतोष की ओर कैसे बढ़ा जा सकता है इस विषय पर प्रकाश डाला।

इस पॉडकास्ट द्वारा श्रोताओं को यह संदेश प्राप्त होता है कि सच्ची संतुष्टि बाहरी उपलब्धियों में नहीं, बल्कि आंतरिक सामंजस्य में निहित है। जब हम वर्तमान में जीने की मनोवृत्ति अपनाते हैं, औरों से अपेक्षा न रखते हुए केवल देने की वृत्ति रखते है तभी आध्यात्मिक जीवन का वास्तविक अनुभव प्राप्त हो सकता है | 

पूरा पॉडकास्ट यहां देखे :  https://youtu.be/a0jbPerCJf8  

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