मुख पृष्ठराज्यगुजरात'राजऋषि गोकुल गांव' योजना अंतर्गत हैप्पी विलेज रिट्रीट सेंटर राजकोट में सेमिनार

‘राजऋषि गोकुल गांव’ योजना अंतर्गत हैप्पी विलेज रिट्रीट सेंटर राजकोट में सेमिनार

राजकोट, गुजरात। बहुस्तरीय योगीक खेती आत्मनिर्भर किसान, गांव में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य प्रति जागृति, व्यसन मुक्ति गांव, कृषि आधारित स्वरोजगार, न्याय पूर्व पंचायत आदि लक्ष्य की पूर्ति अर्थ ग्राम विकास विंग की ओर से ‘राजऋषि गोकुल गांव’ योजना अंतर्गत हैप्पी विलेज रिट्रीट सेंटर राजकोट में सेमिनार का आयोजन हुआ|

इस अवसर पर विशेष उपस्थित रहे – राजयोगिनी बी.के. भारती दीदीजी (गुजरात झोन डायरेक्टर ), प्रवीणाबेन रंगाणी (जिल्ला पंचायत प्रमुख राजकोट ), डॉ वल्लभभाई कथिरिया (पूर्व चेरमेन – राष्ट्रीय कामधेनु आयोग), डेनिशभाई पटेल (डायरेक्टर ऑफ़ आर.के. यूनिवर्सिटी राजकोट), बी.के. चंद्रेशभाई (ग्राम विकास विंग शांतिवन), श्यामभाई प्रताप राठौड़ (सरपंच जाहोता -राजस्थान), भगिनी लिसाबेन (रिलायंस फाउंडेशन),डॉक्टर हिरेनभाई भीमाणी (डे. डायरेक्टर – हॉर्टिकल्चर राजकोट), दिलीपभाई सखिया (प्रमुख – गिरगंगा ट्रस्ट राजकोट)
जिल्ला पंचायत प्रमुख प्रवीणाबेन ने बताया कि कुदरत से मिली हर भेट को बचाना जरूरी है – टूटते गांवो को जोड़ना जरूरी है। इसके लिए सरपंच, ग्राम्य आगेवान का मुख्य रोल है। एकता से हम काम करें तो जरूर ये संभव होगा। ब्रह्माकुमारीज यह काम कर रहा है – मुझे संस्था के प्रवृत्ति से बड़ा गर्व है|
डॉक्टर वल्लभभाई कथिरिया ने किसानों को प्रोत्साहित करते कहा कि आनेवाले समय में खेती ही मुख्य व्यवसाय माना जाएगा इसलिए आप अपने कार्य पर निष्ठा से आगे बढ़ो| बताया कि आज प्राकृतिक आपदाएं मानवता पर प्रहार कर रही है| बचाव का कार्य हमें करना होगा| गैया, गांव एवं नीम के पेड़ को बचाना जरूरी है |
जाहोता – राजस्थान के सरपंच श्याम प्रतापभाई ने अपने कार्यालय के अनुभवो को सभी के साथ साझा करते कहा कि – जनता हमें केवल वोट नहीं देती बल्कि विकास विश्वास रखती है | मैं सरपंच नहीं बल्कि सेवक हूं…. प्रति ग्राम्यजन सरपंच है इस भाव से उसने जाहोता को प्लास्टिक फ्री बनाया, बाल सांसद बनाया, राजऋषि किचन बनाया…. जिससे बहनों को स्वरोजगार भी मिल रहा है| उपस्थित अन्य महानुभावो ने भी गांव के विकास को आगे बढ़ाने में मदद करने की अपील की।
सेमिनार में राजकोट, जसदन, बिछिया, बोटाद, मालिया आदि गांव के सरपंच, ग्राम्य आगेवन एवं कई NGO के मेंबर, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट आदि से करीब 200 लोग उपस्थित रहे|
कार्यक्रम का शुभारंभ सभी ने दीप प्रज्जवलन से किया साथ ही सभी महानुभावो एवं सरपंचों का भारतीदीदी ने खेस एवं ईशवरीय सोगात से सम्मान किया।
कुमारी खुशी – राही ने गांव के विकास पर सांस्कृतिक कृति प्रेस की। बी.के. अंजू ने कार्यक्रम का मंच संचालन किया। बी.के. किंजल ने नशा मुक्ति मुक्ति का दृढ़ संकल्प करवाया।
इस विषय पर प्रैक्टिकल योजना बनाने अर्थ लास्ट में श्यामभाई, चंद्रेशभाई ने सभी सरपंचों एवं NGO से आपसी चर्चा की।
सभी ने पवित्र प्रभु प्रसाद स्वीकार कर उमंगो से स्वयं को भरपूर करते प्रस्थान किया।

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