बेगूसराय, बिहार। ब्रह्माकुमारीज प्रभु प्रसन्न भवन सेवा केंद्र पर नवरात्रि महोत्सव का भव्य आयोजन बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बिहार एवं झारखंड की क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रानी दीदी जी का शिव शक्ति स्वरूप में विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में परम आदरणीय रानी दीदी जी ने कहा –“कदम-कदम भाग्य बढ़ाते चले, अपना भी कल्याण औरों का भी कल्याण करें। अपने आप को शक्ति स्वरूप मानकर तन-मन-धन से सेवा करें। अभी का पुण्य 21 जन्म तक साथ देता है, इसलिए—‘आज नहीं, अभी नहीं तो कभी नहीं’—यह निश्चय रखकर जीवन की सच्ची कमाई करनी है।”
इस अवसर पर बी.के. कंचन दीदी (संचालिका, बेगूसराय सेवा केंद्र) ने दीदी जी के जीवन से जुड़ा भावपूर्ण प्रसंग साझा करते हुए कहा –“मम्मा की गोद में मिले संस्कार आज भी उनके जीवन में झलकते हैं। बचपन में जब मम्मा ने सफ़ेद फ़्रॉक पहनने के लिए दी, तब से दीदी ने जीवनभर रंगीन वस्त्र न पहनने का संकल्प ले लिया। यही उनका त्याग, निष्ठा और समर्पण है।”

ब्रह्माकुमारीज हेडक्वार्टर माउंट आबू से पधारे बी.के. योगी भाई ने कहा – “परम आदरणीय दीदी जी शिव शक्ति स्वरूप हैं। इनमें देहभान का लेशमात्र नहीं, असीम प्रेम, दृढ़ विश्वास और निश्चिंतता है। क्षमा, दान और पालना की भावना इनके व्यक्तित्व को अनुपम बनाती है। बाबा का साथ और शक्ति सदैव उनके सिर पर छत्रछाया के रूप में है।”

बी.के. बिंदेश्वर भाई (शांतिवन) ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा – “दीदी जी का आभामंडल और प्रभामंडल बिहार में महान कार्य कर रहा है। उनकी वाइब्रेशन की पालना से यहाँ की धरती हरी-भरी और पुण्यवान बन रही है। बाबा के अनेक श्रेष्ठ बच्चे यहीं से निकले हैं। हम सब भाग्यशाली हैं कि हमें दीदी जी के चैतन्य स्वरूप से प्रत्यक्ष उमंग-उत्साह और शक्ति मिल रही है।”
इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में भाई-बहनों ने भाग लेकर आध्यात्मिक शक्ति, प्रेरणा और दिव्यता का गहन अनुभव किया।






