किशनगढ़,राजस्थान: यज्ञ की स्नेही,अथक सेवाधारी, उमंग उत्साह एवं शालीनता की मूर्ति राजयोगिनी कमलेश बहन जी ने 28 अक्टूबर 2025 को रात 12:30 बजे अपने सेवाकेंद्र गंगा विहार कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड, किशनगढ़ में बाप दादा की गोद ली।
आपका लौकिक जन्म 24 फरवरी 1953 को हुआ था। आप यज्ञ में पिछले 50 वर्षों से समर्पित रूप से अपनी ईश्वरीय सेवाएं प्रदान कर रही थीं। पिछले तीन वर्षों से आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। 28 अक्टूबर 202 को संपूर्ण विधि विधान से अजमेर संभाग की प्रभारी शांता दीदी जी एवं समस्त सेवा केंद्र से विशेष बहने व भाई बहनों की उपस्थिति में आपके शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।
आदरणीय कमलेश दीदी जी इस यज्ञ की राजस्थान की सेवाओं की एक अभिन्न पिलर थी । यज्ञ के आदि रत्नों में से एक, साकार मम्मा बाबा एवं दादियों की पालना ली हुई थी। आपने सदा ही सभी को सहज और सरल पुरुषार्थ का पाठ पढ़ाया।
आपकी समर्पित सेवाएं, दिव्य गुण और यज्ञ में अथक योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। आप समस्त ब्राह्मण परिवार को प्रेरणा प्रदान करती रहेगी ।
ऐसी महान आत्मा को समस्त ब्राह्मण परिवार की तरफ से भावपूर्ण स्नेहांजलि श्रद्धांजलि।



