ब्रह्माकुमारीज़ विश्वनाथ कॉलोनी द्वारा जेल में बंदी भाइयों के चेहरे पर मुस्कुराहट बिखेरने पहुंची ब्रह्माकुमारी बहनें

0
177

दूसरों के गलत व्यवहार को देखकर अपने अच्छे व्यवहार को नहीं बदलना ही समझदारी है जेल में बंदी भाइयों के चेहरे पर मुस्कुराहट बिखेरने पहुंची ब्रह्माकुमारी बहनें परमात्म रक्षासूत्र पवित्र प्रेम का बंधन है 

 छतरपुर,मध्य प्रदेश।जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं हमारी स्थिति थी परिस्थितियों के अनुसार बदलती रहती है स्वभाव में भी परिवर्तन आता है और संस्कारों में भी परिवर्तन आता है कभी-कभी हम दूसरों के कारण अपने व्यवहार को बदल देते हैं अपने अच्छे गुणों को छोड़कर उनके अवगुणों को अपना लेते हैं और दूसरों को दोष देते रहते हैं कि इनके कारण ऐसा हो गया,अगर ऐसा नहीं होता तो शायद हम ऐसा नहीं करते लेकिन परमपिता परमात्मा ने हमें बताया कि जो कुछ भी हमारे साथ घटित हो रहा है उसका जिम्मेवार कोई और नहीं बल्कि हमारे कर्म ही है इसलिए कुछ परिवर्तन करने की जरूरत है तो वह है हमारे कर्म। अब समय वह चल रहा हैं कि अपने व्यर्थ कर्मों को छोड़कर सतकर्मों की ओर हम बढ़े और इस बंदीगृह के बंधन में रहते हुए परमात्मा से श्रेष्ठ संबंध का नाता जोड़े और अपने भले बुरे सभी कर्मों के लिए उन्हों से क्षमा मांगे और दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बने।
उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय छतरपुर विश्वनाथ कॉलोनी द्वारा जिला जेल में सभी बंदी भाइयों को परमात्म रक्षासूत्र बांधते हुए ब्रह्माकुमारी माधुरी बहन जी ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर छतरपुर जिला जेल अधीक्षक कृष्ण कुमार कुलश्रेष्ठ, जेलर राम शिरोमणि पांडे सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। बीके रीना बहन मोहिनी बहन, छत्रसाल भाई ने सभी को म्यूजिकल एक्सरसाइज कराई जिससे सभी बंदियों के चेहरे पर मुस्कुराहट की झलक देखने को मिली।
कार्यक्रम के अंत में लगभग 450 बंदी भाइयों सहित जेल परिसर के समस्त स्टाफ को परमात्मा रक्षा सूत्र बांधा गया और बीके रीना बहन ने रक्षासूत्र का महत्व बताया और सभी को मेडिटेशन कराया तत्पश्चात सभी का मुख मीठा भी कराया गया।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें