श्री कृष्ण के समान दिव्य गुण जीवन में धारण कर समाज में रचनात्मक कार्य करें

0
145

झोझूकलां (हरियाणा): स्वर्णिम भारत निर्माण के लिए श्री  कृष्ण के समान दिव्य गुण जीवन में धारण कर समाज में रचनात्मक कार्य करें यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की झोझूकलां शाखा प्रभारी ब्रह्माकमारी ज्योति बहन ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर झोझूकलां के सेठ किशनलाल वाले मंदिर में आयोजित दिव्य अलौकिक एवं  चैतन्य झांकियों में लोगों को संबोधित करते हुए  व्यक्त किए।  दिव्य झांकियों का दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन करते हुए बतौर मुख्य अतिथि बलबीर सिंह एसएचओ थाना प्रभारी झोझू कलां ने कहा कि श्री कृष्ण जैसे दिव्य गुण जीवन में धारण करके ही हम भारत को दिव्य श्रेष्ठ बना सकते हैं यह आध्यात्म से ही संभव है।क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा की श्री कृष्ण सतयुगी दुनिया का पहला प्रिंस है जो सर्वगुण संपन्न 16 कला संपूर्ण संपूर्ण निर्विकारी मर्यादा पुरुषोत्तम है। तो हमें भी श्री कृष्ण के समान सर्वगुण धारण कर संपूर्ण निर्विकारी बन आपस में सहयोग सद्भावना भ्रातृत्व की भावना पैदा कर समाज को श्रेष्ठ बनाएंगे यह संकल्प हमें लेना चाहिए। कार्यक्रम में निवर्तमान सरपंच दलबीर सिंह गांधी ने ब्रह्माकुमारी संस्था की प्रशंसा करते हुए कहा की संस्था में सिखाए जाने वाले जीवन मूल्य ही श्री कृष्ण जैसा बना सकते हैं। एएसआई सुरेंद्र सिंह ने भी अपने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गीता में वर्णित मूल्य जीवन को श्रेष्ठ बनाने में सहायक है। ब्रह्माकमारी नीलम बहन ने कहा कि हमें एक दूसरे से गुण उठाने चाहिए नकारात्मक व अनावश्यक बातों को नहीं उठाना चाहिए तभी हमारा जीवन दिव्य गुणों की खुशबू से महकने लगेगा और हम श्री कृष्ण की दुनिया में जाने के लायक बन सकते हैं। जन्माष्टमी के पावन पर्व पर सेवा केंद्र में श्री कृष्ण के विभिन्न रूप दर्शाए गए जो वास्तव में मन को मोह लेने वाले थे। इस अवसर पर ए एस आई पवन कुमार, भागवंती, सुरेंद्र सिंह, बलवान, अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें