करेली -मध्य प्रदेश : ब्रह्माकुमारिज़ ने शिक्षक दिवस पर 75 शिक्षक गणों का किया भव्य सम्मान”शिक्षक सशक्त भारत के निर्माता ” आध्यात्मिक संगोष्ठी एवम् शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज प्रभु उपहार भवन करेली द्वारा 75 सरकारी एवम प्राइवेट स्कूलों तथा कॉलेजों के शिक्षक , प्राचार्य गणों को शाल ,श्रीफल , कलम एवम प्रशस्ति पत्र प्रदान कर किया गया सम्मानित।
अंतर्राष्ट्रीय संस्थान प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय प्रभु उपहार भवन करेली के तत्वावधान में शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में “शिक्षक _सशक्त भारत का निर्माता “विषय पर आध्यात्मिक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस अवसर पर जिला संचालिका ब्र कु कुसुम बहन जी ने कहा कि दुनिया में मनुष्य की प्रथम गुरु मां होती है और जो मां के स्तर से कार्य करते हैं उन्हें मास्टर कहते हैं। अपने आचरण से शिक्षा देने वाले हो आचार्य कहते हैं। दीदी ने कहा भारत के पूर्व राष्ट्रपति महान दार्शनिक एवं श्रेष्ठ शिक्षक डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्ण जी के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है उन्हों का विशेष संदेश था की राष्ट्र का निर्माण संसद में नहीं लेकिन विद्या मंदिर में होता है इसलिए श्रेष्ठ राष्ट्र का निर्माण करने वाले आप विद्या मंदिर के चैतन्य देव देवियां शिक्षक गण ही हैं।।माता पिता शरीर को जन्म देते हैं जिसमें विभिन्न अंग होते हैं जैसे मुख, हाथ ,पैर आदि लेकिन मुख से क्या बोलना है, हाथों से कैसे कर्म करना है, पैरों से किस मार्ग पर चलना है? यह शिक्षक बताते हैं। अपने श्रेष्ठ आचरण से शिक्षा देने के कारण ही शिक्षक को आचार्य कहा जाता है। शिक्षक सशक्त भारत का निर्माता है। महान दार्शनिक डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी श्रेष्ठ शिक्षक के रूप में उदाहरण है । राष्ट्र निर्माता शिक्षक गणों का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है।दीदी ने कहा कि परम पिता परमात्मा शिव शिक्षकों के भी शिक्षक परम शिक्षक है जो कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा विश्व का नव निर्माण कर रहे हैं। उनकी आज्ञा पर चलकर हम सब को उनका सम्मान करना चाहिए।दीदी ने बताया कि ब्रह्मकुमारीज संस्थान से अनेक शिक्षक जुड़े हुए हैं जो परम शिक्षक परमात्मा से नैतिक मूल्यों की पढ़ाई पढ़ कर मूल्यवान बन रहे हैं ।
इस अवसर पर श्रद्धेय दीदी जी ने शिक्षक गण भ्राता मिथलेश राजौरिया जी( प्राचार्य बीएसएल पब्लिक स्कूल),भ्राता संजीव पांडे( प्रिंसिपल सनराइज स्कूल), भ्राता हरजीत सिंह छावड़ा प्राचार्य केआरबी इंग्लिश स्कूल), भ्राता संजय दुबे( प्राचार्य डॉ के एल पपनेजा),भ्राता डी के चतुर्वेदी (सेवानिवृत्त प्राचार्य),बहिन इकवाल ( प्रधानपाठिका सेठ छिदामीलाल आदर्श शिशु विद्यालय) ,बहिन अफसा खान(प्रिंसिपल आई के आई पी एस) आदि सहित लगभग 75 “शिक्षक गणों का शाल ,श्रीफल , कलम, एवम प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
छावड़ा जी ने अपने संबोधन में बी के शिवानी दीदी का जिक्र करते हुए कहा कि वो दीदी के प्रोग्राम देखते है और उनसे प्रेरणा प्राप्त होती है ,भ्राता जी ने अमृतवेला का महत्व बताते हुए माताओं से कहा कि बच्चों का मोबाइल,टेलीविजन उपयोग सीमित हो यह ध्यान रखें। राजोरिया जी ने शिक्षा में आध्यात्म के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पुरातन समय से ही भारत का आध्यात्मिक ज्ञान-विज्ञान बहुत समृद्ध रहा है।समस्त शिक्षक गण एवं ब्रह्मकुमारीज के सदस्य भ्राता योगेंद्र कौरव , शंकर भाई, नारायण भाई , ओमवती, चैना माता, किरण सोनी सहित अनेक सदस्यों ने त्रिमूर्ति ब्र कु कुसुम बहन जी तथा बीके सरोज दीदी को पुष्पहार से सम्मानित कर आशीर्वाद प्राप्त किया।इसके साथ ही बी के प्रीति दीदी, बीके ज्योति दीदी, ,बीके वर्षा दीदी ,बीके अंजना दीदी बीके निशा दीदी आदि आध्यात्मिक शिक्षिकाओं का स्वागत सम्मान किया।इस अवसर पर डिवाइन एंजिल ग्रुप द्वारा शानदार स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया । अंत में “प्रेरणादाई गीत द्वारा परमात्मा का धन्यवाद किया।