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धमतरी : इंजिनियर दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय सेल्फ इंजीनियरिंग कार्यक्रम का शुभारम्भ

धमतरी,छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय धमतरी द्वारा 15 सितम्बर इंजिनियर दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय सेल्फ इंजीनियरिंग कार्यक्रम का शुभारम्भ 16 सितम्बर को माननीय अतिथियों की उपस्थिति में हुवा | कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों के रूप में उपस्थित थे माननीय भ्राता इंजी.एस.सी.राजहंस जी ,अध्यक्ष छत्तीसगढ़ डिप्लोमा अभियंता संघ,जिला धमतरी , माननीय भ्राता इंजी.वी.के.शर्मा जी ,कार्यपालन अभियंता छ.ग.राज्य विद्युत् वितरण क. धमतरी , माननीय भ्राता इंजी.अशोक कुमार गुप्ता जी ,कार्यपालन अभियंता मंडी बोर्ड बिलासपुर ,राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरिता दीदी जी, ब्रह्माकुमारी प्राजक्ता बहनजी , कामिनी कौशिक जी |

        सर्व प्रथम भारत के महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या जी के  फोटो को माल्यर्पण किया गया ,एवम परमात्म स्मृति एवम दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया|

       कार्यक्रम में उपस्थित सभी रचनाकार ,नव निर्माणकर्ता इंजिनियर का श्रीफल,पटका,एवम सौगात के साथ सम्मान किया गया | सभा में करीब 60 इंजिनियर उपस्थित थे |

        यह कार्यक्रम तीन दिवसीय रखा गया है जिसमे इंजिनियर दिवस,ओजोन दिवस और विश्वकर्मा दिवस के साथ मनाया जा रहा है | पहले दिन के  कार्यक्रम में धरती के स्वास्थ्य में इंजिनियर की भूमिका विषय पर सभी ने अपने विचार व्यक्त किये | मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी प्राजक्ता बहन ने कहा धरती का स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है , ओजोन परत नष्ट होती जा रही है , ऐसे में प्राक्रतिक प्रकोप जैसी स्थिति पैदा होगी | इसके बचाव के अनेक उपाय किये जा रहे है | हमें वापिस प्रक्रति के साथ परिवार जैसे जुड़ना पड़ेगा ,हमारी भारतीय संस्क्रती में कहा है वसुधेव कुटुम्ब कम अर्थात ये पूरी वसुधा ही जिसमे जीव जंतु ,प्रक्रति सब आते है हमारा परिवार है तो परिवार जैसी संभल हम प्रक्रति की करेंगे तो हल संभव है | सरिता दीदी ने महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या के कार्यो को स्मरण कियाएवम सभी अभियंताओ को परमात्मा के घर आने की बधाई दी उनका सम्मान किया |

      कार्यक्रम के दुसरे दिन विश्वकर्मा दिवस पर संध्या विशेष कार्यक्रम रखा गया है जिसका विषय है कर्म ही पूजा है | तीसरे दिन राजयोग का विज्ञानं इस विषय पर विशेष कार्यक्रम होगा |

      कार्यक्रम का मंच संचालन कामिनी कौशिक जी ने किया |

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