शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल विदिशा में कार्यक्रम आयोजित किया गया

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स्वचिंतन उन्नति की सीढ़ी तो परचिंतन पतन की खाई- ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी

विदिशा,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ए-33 मुखर्जी नगर द्वारा शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल विदिशा में कार्यक्रम आयोजित किया गया। बिलासपुर छत्तीसगढ़ से आए हुए भ्राता सुभाष भाई जी ने बच्चों को चुनौतियों का सामना कैसे करें विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि जीवन में आने वाली बाधाएं रुकावटें उतार-चढ़ाव इत्यादि को झेलकर ही मानव महानता के पथ पर अग्रसर होता है। देखा गया है कि जिनके जीवन में सब कुछ सरल होता है वे इतने ऊंचे नहीं उठ पाते। बाधाओं को पार करने से मनुष्य आंतरिक रूप से शक्तिशाली बनता है तथा सफलता की मंजिल के निकट पहुंच जाता है। इसीलिए जीवन में आने वाली बाधाओं से घबराना नहीं चाहिए अपितु इन्हें सफलता की यात्रा में सहायक समझना चाहिए। ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने मार्गदर्शन देते हुए कहा कि प्रभात के समय बिस्तर से उठते ही शुभ श्रेष्ठ विचार अथवा स्वचिंतन कीजिए कि मैं ईश्वर पिता की संतान एक शुद्ध आत्मा हूं, ईश्वर सबके लिए जैसा सोचता है मुझे भी ऐसा सोचना है, ईश्वर की जो भी संपत्ति गुण अथवा शक्तियां हैं वे अव मेरी है, मैं उसकी सर्वश्रेष्ठ संतान है, समर्थ आत्मा हूं, इस प्रकार थोड़ा समय निकाल एकांत में बैठकर अपने विचारों को सुगठित एवं एकाग्र कर शक्तिशाली, सकारात्मक चिंतन कीजिए स्वचिंतन से धीरे-धीरे अपने आप ही उच्च कोटि के विचारों का प्रभाव बहने लगेगा और एक दिव्य अलौकिक शक्तिशाली स्थिति की गहन अनुभूति होने लगेगी जो बहुत ही सुख दायक होती है। देखते-देखते स्वयं की स्थिति समर्थ बन जाएगी और कुछ कर गुजरने का जोश पैदा होगा। इस तरह स्वचिंतन करने से मन को सुकून मिलता है मन निर्मल हो जाता है और जीवन अपार खुशियों से भर जाता है। आखिर में ब्रम्हाकुमारी रुकमणी बहन जी मेडिटेशन कराया। प्रिंसिपल इंदुमती खरें ने कार्यक्रम कि सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों कि बच्चों के लिए बहुत आवश्यकता है आगें भी एसे आयोजन करतें रहें। विजय श्रीवास्तव जी ने कार्यक्रम के प्रति शुभभावना रखते हुए आभार व्यक्त किया।

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