गया: श्रीमद्भागवत गीता जयंती मनाई गई

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गया,बिहार: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एपी कॉलोनी केंद्र पर श्रीमद्भागवत गीता जयंती मनाई गई। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि देवी भ्राता परिवार कल्याण प्रधान न्यायाधीश श्री रविंद्र नाथ त्रिपाठी, गया जिला कारा अधीक्षक देवी भ्राता श्री विजय कुमार अरोड़ा ,समाजसेवी मगध प्रमंडल बिहार प्रदेशिक मारवाड़ी समाज के उपाध्यक्ष श्री राजू अग्रवाल ,समाज सेविका श्रीमती बीना देवी ,डॉ संजय वर्मा ,राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के मगध क्षेत्र प्रवक्ता श्रीमती आशा सिंह, सेवा केंद्र संचालिका बीके सुनीता बहन ,बीके पूजा बहन सामूहिक रूप में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।इस शुभ अवसर पर बीके पूजा बहन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। तत्पश्चात राजयोगिनी ने सुनीता बहन ने गीता जयंती के महत्व को बताते हुए कहा कि भारत के महान ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है, जिसमें भगवानुवाच है, जो सर्व शास्त्र शिरोमणि गाई हुई है। यह शास्त्र दुनिया का एकमात्र ग्रंथ है, जिसमें सभी धर्म आत्माएं , महात्माओं तथा दिव्य आत्माएं ने स्वीकारा है ।श्रीमद भगवत गीता इसलिए महान है कि सभी वेद शास्त्रों का सार समाया हुआ है ।इस गीता ज्ञान से सभी मनुष्य को गति सद्गति प्राप्त होती है, तथा विकारों पर विजय प्राप्त करते हैं। यह ज्ञान नर या नारी सभी के जीवन के लिए उपयोगी है ,इसलिए कहा जाता है नर ऐसी करनी करें जो नारायण पद पावे नारी ऐसी करनी करें सो लक्ष्मी पद पाए। इस गीता ज्ञान मे स्वयं परमात्मा ने अपना परिचय देते हुए कहा है कि मेरा रूप अनु से भी सुक्ष्म ज्योति बिंदु होने के कारण मैं अविभाज्य हूं ।मैं कायिक नहीं हूं। मुझे कोई चर्म चक्षु से देख नहीं सकता, इसलिए मैं निराकार हूं। मुझे देखने के लिए दिव्य दृष्टि की आवश्यकता है ।इसलिए जो भी मानव राज्य योग की शिक्षा ग्रहण करेगा, उसे दिव्य दृष्टि स्वता मिल जाएगा।
अंत में प्रधान न्यायाधीश श्री रविंद्र नाथ त्रिपाठी ने गीता जयंती पर प्रकाश डालते हुए कहा की राजयोग से ही बुद्धि एकाग्र किया जाता है ।इसमें एक परमात्मा पर ही चित्त को एकाग्र किया जाता है ,जिससे ईश्वरीय अनुभूति तथा मुक्ति जीवनमुक्ति की प्राप्ति होती है ।इस राज्यों को ज्ञान योग भी कहा जाता है क्योंकि मानव कर्म करते हुए भी इसका अभ्यास कर सकता है।
 इस शुभ अवसर पर हजारों नर नारी गीता जयंती के वक्तव्य को सुन रहे थे तथा विधिवत इस कार्यक्रम को संपन्न किया गया.


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