बीरगंज (नेपाल):स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र पर शिक्षक को लिए आदर्श शिक्षक विषय पर सेमिनार

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बीरगंज  (नेपाल): स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र पर शिक्षक को लिए आदर्श शिक्षक विषय  पर सेमिनार 

बी के भगवान भाई ने कहा कि बिगड़ती परिस्थिति को देखते हुए समाज को सुधारने की बहुत आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक वही है जो अपने जीवन की धारणाओं से दूसरों को शिक्षा देता है। धारणाओं से वाणी, कर्म, व्यवहार और व्यक्तित्व में निखार आ जाता है। भगवान भाई ने कहा कि शिक्षा देने के बाद भी अगर बच्चे बिगड रहे हैं  उसका मतलब मूर्तिकार में भी कुछ कमी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक के अंदर के जो संस्कार है उनका विद्यार्थी अनुकरण करते हे। । शिक्षकेां को केवल पाठ प$ढाने वाला शिक्षक बनना है। उन्होंने कहा कि शिक्षक होने के नाते हमारे अंदर सद्गुण होना आवश्यक है। शिक्षा मेें भौतिक सुधार तो है लेकिन नैतिकता का हृास होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि अपने जीवन की धारणाओं के आधार से नैतिक पाठ भी आवश्यक पढाये।  भगवान भाई ने कहा कि शिक्षकों के हाव भाव उठना, बोलना, चलना, व्यवहार करना इन बातो का असर भी बच्चों के जीवन में पढता है।

सूर्या कोइराला जी ने कहा कि जब समाज को शिक्षित करने  व शिखा देने के स्वरूप को बदलने की आवश्यकता हैस्वयं के आचारण से शिक्षा देने की आवश्यकता है।

बीरगंज क्षेत्र नेपाल  प्रभारी बी के रवीना बहनजी ने कहा कि  हमें अपने स्कुल को मूल्य निष्ठ शिक्षा से प्रकाशित करना है उन्होंने कहा शिक्षको को  सेवाभाव  रखकर समाज के अन्धकार को मिटाना है । उन्होंने कहा कि आचरण की शिक्षा जबान में भी तेज होती है।

 डॉ नंदन यादव जी ने  कहा कि परिवर्तन करने की जिम्मेवारी शिक्षकों की हैशिक्षकों को स्वयं को आचरण पर ध्यान देने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान के साथ साथ तनाव मुक्त रहने की आवश्यकता है। उन्होंने भविष्य में ऐसे कार्यक्रम करने हेतु ब्रह्माकुमारी बहनों को निवेदन किया |

बी के बेला बहनजी जी ने कहा कि बी के भगवान भाई जी ने 5000 स्कुलो में और 800 जेलों में नैतिक शिक्षा का पाठ पढाया है इसलिए उनका नाम इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज है|

कार्यक्रम के अंत में मेडिटेशन कराया, कुछ शिक्षकों ने अनुभव भी सुनाया|

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