आगरा ,उत्तर प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी आगरा आर्ट गैलरी म्यूजियम के द्वारा विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस दौरान ग्राम गोतीला में खेती करने वाली भाई और माताओं मृदा की संरक्षण की जानकारी दी गई। कैसे हम प्राकृतिक खाद के मृदा का संरक्षण की सकते है।बी.के. संगीता बहन ने कहा यह मृदा की संरक्षण हम लोगों के हाथ में है। मृदा पोषक तत्वों की हानि एक प्रमुख मृदा क्षरण प्रक्रिया है जो पोषण के लिए खतरा है और इसे विश्व स्तर पर खाद्य सुरक्षा और स्थिरता के लिए वैश्विक स्तर पर सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं में से एक माना जाता है। (World Soil Day) और इसके अभियान “मृदा: जहां भोजन शुरू होता है” का उद्देश्य मृदा प्रबंधन में बढ़ती चुनौतियों का समाधान करके, मिट्टी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समाज को इसके लिए प्रोत्साहित करके स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र और मानव कल्याण को बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार करना, साथ ही मृदा संरक्षण हेतु उपाय बताए गए।
बी.के मधु बहन, बी.के. माला बहन ने बताया एक करेगा तो एक को देख दूसरा करेगा। कैसे हम परमात्मा से शक्तियां लेकर हम पांच तत्वों को दे सकते हैं जिससे प्रकृति सातोंप्रधान बनेगी और हमारा अन्न और और मां भी शुद्ध होगा।
मुख पृष्ठ आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर आगरा: आर्ट गैलरी म्यूजियम के द्वारा विश्व मृदा दिवस मनाया गया