गीता का ज्ञान शाश्वत एवं सनातन है- प्रोफेसर राजेन्द्र कुमार अनायत कुलपति ,DCRUST,मुरथल, सोनीपत
कलियुग के अंत में परमात्मा पुनः आकर करते हैं गीता ज्ञान से स्वर्णिम भारत की स्थापना- ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी, गीता विशेषज्ञ
सोनीपत,हरियाणा: ब्रह्माकुमारीज, विश्व कल्याण सरोवर, नांगल खुर्द, सोनीपत, दिनांक 3 दिसंबर 2022- “स्वर्णिम भारत का आधार श्रीमद्भागवत गीता “,का आयोजन, गीता जयन्ती महोत्सव आध्यात्मिक कार्यक्रम के अंतर्गत सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि Col Condt प्रोफेसर डॉ. राजेन्द्र कुमार अनायत, कुलपति, दीन बन्धु छोटूराम यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DCRUST), मुरथल, सोनीपत ने वर्तमान नयी शिक्षा प्रणाली को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उपयुक्त कदम बताया। गीता का आध्यात्मिक ज्ञान मानव जीवन को सकारात्मक, सुदृढ, सुरुचिपूर्ण तथा संतुलित बनाता है। कुलपति जी ने कहा कि वह वीणा दीदी जी को सुनने आये हैं। उन्होंने गीता के माहात्म्य का वर्णन किया ब्रह्माकुमारीज द्वारा विश्व, समाज तथा स्वयं की शांति के लिए गीता ज्ञान की उपयोगिता सिद्ध है।
कर्नाटक से पधारी गीता विशेषज्ञ ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी ने मुख्य वक्ता के रूप में गीता जयन्ती पर प्रकाश डाला। वर्तमान परिस्तिथियों में महाभारत काल के लक्षण तथा गीता ज्ञान को मानवता के कल्याण के लिए प्रासंगिक बताया। स्वयं निराकार ज्योति स्वरूप परमात्मा शिव , साधारण मानवीय तन का दिव्य आधार लेकर गीता ज्ञान देते हैं। वीणा दीदीजी ने कहा ,गीता ज्ञान को जीवन में लाने से ही भारत स्वर्णिम बनेगा lगीता मानों कि हमारे लिए श्वांस है। सत्य अहिंसा और धर्म के आधार पर भारत को स्वर्णिम बनाना है न कि धन के आधार पर। जब हम स्वधर्म में स्थित होंगे तब ही गीता को समझ सकेंगे। गीता मानव का संविधान है। कोर्ट में जिस गीता की हम शपथ लेते हैं अगर उसे जीवन में अपना लें तो कोर्ट जाने की नौबत ही न आए। जीवन एक कर्म फिलॉसफी है, जैसा देखोगे करोगे वैसा ही तुम्हारे साथ होगा, इस बात को सोचकर ही कर्म करना चाहिए।
राम कृष्ण साधना केंद्र, मुरथल सोनीपत से पधारे श्री श्री 1008 डा. स्वामी दयानंद सरस्वती जी महाराज (यति) जी ने कहा कि गीता जीवन का गीत है, गीता मात्र पूजन के लिए नहीं है। गीता अगर जीवन में उतर जाए तो मानव का कल्याण हो जाए। और ब्रह्मा कुमारी भगवान के इस ज्ञान को जीवन में उतार कर जन जन तक पहुँचा रही है। महाराज जी ने आगे कहा कि संसार की समस्त समस्याओं का हल गीता में है। गीता ही युवा पीढ़ी को भटकाव से बचा सकती है।
श्री महेन्द्र रंगा (IRS) प्रिंसिपल कमिश्नर GST भारत सरकार, नई दिल्ली ने अपनी शुभ कामनाएँ देते हुए कहा कि गीता खुदा की पहली आवाज है, पूरे समाज में इसके संदेश को फैलाना होगा। हमारा प्रयास होना चाहिए कि गीता का सही भाव लोगों तक पहुँचे और लोग इससे लाभान्वित हों।
अपनी शुभ कामनाएँ व्यक्त करते हुए डा. श्रीप्रकाश मिश्र, संस्थापक मातृभूमि सेवा मिशन, कुरुक्षेत्र जी ने कहा कि सनातन का केन्द्र गीता है। गीता जयन्ती केवल हरियाणा ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए है। गीता आत्मा का संदेश देती है, निर्भयता और निडरता का संदेश देती है। हम गौरवशाली हैं कि हमारे पास गीता है।
मंचासीन श्री मनीष बाजपेई ,परामर्श सम्पादक, डीडी न्यूज, नई दिल्ली जी ने अपनी शुभ कामनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन रूपी कुरुक्षेत्र में संयम धैर्य की लगाम गीता के उपदेशों से ही मिलता है। अपनी शुभ कामनाएँ देते हुए श्री राजपाल चहल DDPO & एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, सोनीपत जी ने कहा कि हर क्षेत्र में गीता ज्ञान की आवश्यकता है। बी के सुशांत भाई, नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर, दिल्ली ने कहा कि श्रीमत श्रेष्ठ मत गीता भगवान का उपदेश गीता, मनुष्य जीवन को परेशानियों से बचाने वाली गीता है। इस ज्ञान को जितना धारण करेंगे जीवन में उतना आगे बढ़ेंगे।
कार्यक्रम का सफल संचालन शक्ति नगर सेवाकेन्द्र, नई दिल्ली से पधारीं ब्रह्मा कुमारी लता दीदी ने किया तथा संस्था का परिचय ब्रह्मा कुमारी सुशील बहन, सोनीपत ने दिया। धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विश्व कल्याण सरोवर सोनीपत के प्रबंधक ब्रह्मा कुमार सतीश भाई जी ने कहा कि आप सबकी उपस्थिति इंगित कर रही है कि गीता का संदेश सब ओर फैलने वाला ही है। करनाल से पधारे ब्रह्मा कुमार विजय भाई जी ने अपने गीतों से और कुमारी कन्या ने अपने नृत्य से सभा का मन मोह लिया।