बिलासपुर टिकरापारा,छत्तीसगढ़ : सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के अन्तर्गत समाज की बेहतरी के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न अंचलों से विभिन्न क्षेत्रों के एनजीओ व स्वयंसेवी संस्थाओं की बैठक गुरूघासीदास विश्वविद्यालय (सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी) के प्रशासनिक भवन में हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भ्राता आलोक कुमार चक्रवाल थे। इसमें उपस्थित विभिन्न संस्थाओं के प्रमुखों व सदस्यों ने अपने कार्य और विचार तथा भविष्य की योजनाएं, उनमें आने वाली समस्याएं और समाधान एक-दूसरे से साझा किये।
कुलपति प्रो. भ्राता आलोक कुमार चक्रवाल ने सभी संस्थानों के प्रतिनिधियों का विश्वविद्यालय में स्वागत करते हुए सेवा, समन्वय, समर्पण और सहयोग के साथ समाज के उत्थान के लिए एक साथ कार्य किये जाने पर बल दिया।
ब्रह्माकुमारीज़ की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए टिकरापारा सेवाकेन्द्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने कहा कि आज हम आई क्यू, ई क्यू व एम क्यू की तरफ तो ध्यान दे रहे हैं किन्तु इन सबमें स्थिरता लाने व सफलता प्राप्त करने के लिए एस क्यू अर्थात् आध्यात्मिकता को शामिल करने की जरूरत है। आध्यात्म हमें यही सिखाता है कि हम सभी के हैं और सभी हमारे हैं। कॉम्पीटिशन की भावना को छोड़कर हम सभी को मिलकर श्रेष्ठ भावना से कार्य करना होगा तब बिलासपुर को हम ब्लिसफूल बना सकेंगे। आपने यूनिवर्सिटी में संस्था की ओर से निरन्तर निःशुल्क सेवाएं देने का प्रस्ताव भी दिया।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि किसी क्षेत्र में अकेले कार्य करने से बात नहीं बनेगी, बल्कि सभी को मिलकर कार्य करना होगा। तभी वांछित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता और विलासिता में बहुत छोटा सा अंतर है, जिसे हमें समझना होगा, तभी हम समाज के लिए कुछ सृजनात्मक कार्य कर सकेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि विश्वविद्यालय सेवा और राष्ट्र निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में आप सभी के साथ कार्य करने के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने कुलपति प्रो. भ्राता आलोक कुमार चक्रवाल जी एवं रजिस्ट्रार भ्राता मनीष श्रीवास्तव जी को ईश्वरीय सौगात दी एवं ज्ञान चर्चा करते हुए मुख्यालय चलने हेतु निमंत्रण भी दिया।