खजूर हमारी सेहत के लिए क्यों अच्छे हैं?
यूं तो फ्रूट्स हर किसी को पंसद होते हैं लेकिन बात जब खजूर की होती है तो इसका प्राकृतिक मीठापन इसे और खास बनाता है। यही वजह है कि खजूर एक लोकप्रिय खाद्य पदार्थ है। खजूर को ताड़ यानी पाल्म ट्री की प्रजाति का माना गया है। इसका पेड़ काफी बड़ा होता है और पत्तियां भी करीब चार-छह मीटर लंबी होती हैं। इसका वैज्ञानिक नाम फीलिक्स डेक्टाइलीफेरा है।
माना जाता है कि खजूर की खेती सबसे पहले इराक में शुरू हुई थी। जिसके बाद यह अरब और अन्य देशों में उगाया जाने लगा। सिर्फ फल ही नहीं, बल्कि इसके बीज भी बड़े काम के हैं। कई बार इसके बीजों को कॉफी बीन्स में मिलाया जाता है। और इसका प्रयोग कॉफी के विकल्प के तौर पर किया जाता है। वहीं, इसका तेल कॉस्मेटिक और साबुन बनाने में भी इस्तेमाल होता है।
फल और मेवे दोनों तरह से खाए जाने वाला खजूर कई मायनों में फायदेमंद है। यह कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जि़ंक, विटामिन बी6, ए और के से भरपूर होता है। इसके अलावा खजूर में कार्बोहाइड्रेट, आयरन, लाभदायक फैट्स, डायटरी फाइबर और फैटी एसिड्स होते हैं। ये सभी पोषक तत्व हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं। हड्डी स्वास्थ्य – खजूर मैग्नीशियम, सेलेनियम, कॉपर और मैंगनीज का अच्छा स्त्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही इनसे जुड़ी परेशानियों को दूर करने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा, खजूर विटामिन के से भी भरपूर होता है, जो खून को गाढ़ा करने और हड्डियों को मेटाबोलाइज करने में मदद करता है। नॉर्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, खजूर में बोरॉन भी होता है। ये एक ऐसा खनिज है, जो हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद है।
आइए अब जानते हैं खजूर के फायदे
रक्तचाप – खजूर रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है,क्योंकि इसमें पोटैशियम और मिनरल्स भरपूर होते हैं। शरीर में पोटैशियम की सही मात्रा बनी
रहने से गुर्दे की पथरी से भी बचा जा सकता है।
ऊर्जा बढ़ाने वाला – स्वाद और प्राकृतिक गुणों से भरपूर खजूर आपको ऊर्जा भी देता है। खजूर के रोजाना सेवन से इसके सहायक पोषक तत्व आपको दिनभर थकान महसूस नहीं होने देते। खजूर खाने से दिनभर शरीर में ऊर्जा का संचार इसमें मौजूद पोषक तत्व फ्रूटोज और ग्लूकोज की वजह से होता है।
कब्ज – खजूर का गुदा कब्ज के इलाज में काफी सहायक होता है। इसमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण को भी संतुलित रखने के गुण होते हैं। यूनिवर्सिटी रोचेस्टर मेडिकल सेंटर के अनुसार, फाइबर की कमी से कब्ज की समस्या हो सकती है। कब्ज के दौरान हमारे शरीर
में मिनरल्स के स्तर में आए असंतुलन को ठीक करने में खजूर कारगर है, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। रोजाना करीब 35ग्राम फाइबर खाने से आपका मल नरम होता है, और पाचन प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आती। वहीं, खजूर में मौजूद फाइबर से पेट संबंधित कैंसर को रोकने में भी मदद मिलती है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य – दिमाग को स्ट्रेस और सूजन से बचाने में खजूर काफी कारगर है। इसका नियमित सेवन आपको न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों से बचा सकता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग दिमाग संबंधी उन बीमारियों को कहा जाता है, जिसमें मस्तिष्क का नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है।
खजूर स्मृति को बढ़ाने में भी लाभदायक पाया गया है। एक अध्ययन के मुताबिक, खजूर में अल्जाइमर(धीरे-धीरे घटती स्मरण शक्ति) के प्रभाव को कम करने की क्षमता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, खजूर दिमाग की सूजन को रोकने में सहायक हो सकता है।
नाइट ब्लाइंडनेस – रात को अंधेपन(रतौंधी) का प्रमुख कारण विटामिन ए की कमी है। खजूर से विटामिन ए भरपूर मात्रा में मिलता है। खजूर को नाइट ब्लाइंडनेस को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
मांसपेशियों का विकास – खजूर को हाई कार्बोहाइड्रेट फल माना गया है, जिस कारण यह मांसपेशियों के विकास में मदद कर सकता है। इस लेख में हम पहले भी जि़क्र कर चुके हैं कि खजूर में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जो मांसपेशियों के विकास में काफी सहायक है।
आंतों के विकार का इलाज – खजूर के फायदे यकीनन कई हैं। खासकर, इसमें मौजूद फाइबर हमारी आंतों और पाचन तंत्र पर काफी सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसमें मौजूद फाइबर और पॉलीफेनॉल्स आंतों में फैलने वाले बैक्टीरिया को बनने से रोकते हैं और अंातों को स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
त्वचा स्वास्थ्य – खजूर में विटामिन सी और विटामिन डी भी काफी मात्रा में पाया जाता है। इसलिए, यह त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। खजूर एंटी-एजिंग तत्वों से भी भरपूर होता है। डेट्स के बीज के अर्क में फाइटोहोर्मोन होता है, जो एंटी-एजिंग की तरह काम करता है। यह अर्क झुर्रियों से निजात दिलाने का काम करता है।
खजूर के नुकसान…
शायद आपको नहीं मालूम कि खजूर के कुछ नुकसान भी हैं चलिए जानते हैं…
खजूर ज्य़ादा खाने से हाइपरकलेमिया भी हो सकता है। ऐसा रक्त में पोटैशियम की मात्रा ज्य़ादा होने कारण होता है और खजूर में पोटैशियम की मात्रा पर्याप्त होती है। हाइपरकलेमिया में मांसपेशियों में कमज़ोरी आने लगती है और कई बार लकवा भी हो सकता है, इसलिए ज्य़ादा खजूर खाने से बचें।