विश्व परिवार दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया

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नरसिंहपुर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्मा कुमरी ईश्वरीय विश्व विद्यालय दिव्य संस्कार भवन नरसिंहपुर के तत्वाधान में आज दिनांक 15 मई को विश्व परिवार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विगत 10 मई से चल रहे समर कैंप में आने वाले बच्चे एवं उनके परिवार जन शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला संचालिका आदरणीय राजयोगिनी ब्रम्हाकुमारी कुुसुम दीदी जी , बच्चों के पैरेंटस एवं सेवाकेन्द्र के अन्य भाई बहनों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
कार्यक्रम में आदरणीय दीदी जी ने परिवार दिवस के उपलक्ष्य में अपने उद्बोधन मेें कहा कि आज हम देख रहे हैं कि एक परिवार भी आपस में एकमत होकर नहीं रह रहा है। परिवार में विखण्डन हो रहा है एकल परिवार होता जा रहा है। संगठन परिवार जो पुराने समय में होता था आज वह समाप्त होता नजर आ रहा है। बच्चे बड़ों का सम्मान भी नहीं कर रहे और बड़े बच्चों के प्रति उनका जो कर्तव्य एवं दायित्व है उनको जो प्यार और संस्कार देना है उसके लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। एक परिवार में बाप और बेटे एक दूसरे के आमने सामने खड़े भी नहीं होते सामने रहकर भी कभी वार्तालाप भी नहीं करते कभी भोजन भी नहीं करते। आज के परिवार के समाज की यह दशा है कि परिवार में एक छत के नीचे रहते हुए भी एक दूसरे से आंतरिक रूप से जुड़ा हुआ नहीं है। हम अपने जीवन में मानवीय मूल्य और गुणों को उतारना होगा और उसका आधार है आध्यात्मिकता। आध्यात्मिक सशक्तिकरण से हम अपने जीवन में मानवीय गुणों को धारण कर सकते हैं और उसे धारण कर परिवार को सुंदर बना सकते हैं और इसके लिये संस्कार बड़े होने के बाद नहीं गर्भ से लेकर के 12 वर्ष तक बच्चे को अपने परिवार से, माता पिता से, उस माहौल से जो संस्कार मिलते हैं उसके जीवन का मूल संस्कार बन जाता है बच्चे का जीवन उस कोमल पौधे की तरह होता है जिसको आप जिस तरह मोडना चाहो मोड़ सकते हैं और जब वह एक वृक्ष का रूप ले लेता है तो उसे मोड़ने पर वह टूट जाता हैै। इन छोटे बच्चों को ब्रम्हाकुमारी संस्थान द्वारा जो यह संस्कार दिया जा रहा है अवश्य यह बच्चे इसी संस्कार को अपने जीवन में धारण कर आत्मसात कर आपके परिवार के कर्तव्य को आपके गौरव को बढ़ाने के निमित्त बनेंगे।
कार्यक्रम में सभी बच्चों ने डांस, स्पीच ,ड्रामा, गीत एवं कविता की प्रस्तुति दी। साथ ही कार्यक्रम में जगदीश हाॅस्पिटल से पधारी डाॅ राजश्री पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जो यह कार्य दीदी जी कर रही है इसके माध्यम से बच्चे अच्छे अच्छे अनुभव लेकर जाते हैं, बच्चों को एक अच्छा संदेश मिल रहा है ताकि उनके जीवन में बदलाव आ सके और यह कैम्प का आयोजन बहुत सुंदर तरीके से किया जा रहा है जो एक अनूठा प्रयास है। बच्चे खेल खेल के माध्यम से, कहानियों के माध्यम से अच्छे गुणों को अपने जीवन में उतार सकें। बच्चों के जीवन में मेडीटेशन का जो बीजारोपण हुआ है यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य है जो संस्था द्वारा किया जा रहा है। सभी को परिवार दिवस की शुभकामनायें देते हुए उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया। 

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