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मनेन्द्रगढ़: विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में – “आओ करे प्रकृति का सम्मान” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया

मंचासीन अतिथि -बी के चित्ररेखा, बी के माधुरी, नगर पालिका अध्यक्ष बहन प्रभा पटेल, CGM SECL भ्राता संजय मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी भ्राता अजय मिश्रा, पूर्व BEO, प्रिंसिपल भ्राता गिरिभ कुरचानिया, श्रीमती मिश्रा

मनेन्द्रगढ़,छत्तीसगढ़। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में – “आओ करे प्रकृति का सम्मान” कार्यक्रम का भव्य आयोजन ब्रह्माकुमारीज़, शिवस्मृति भवन के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम की विशेषता यह कार्यक्रम बहुरंगी था। इसमें पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में 4 जून को संस्था में मनेन्द्रगढ़ के सभी विद्यालयों के 6वी से 11वी के बच्चों के लिए चित्र प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसके विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया, तथा पर्यावरण संरक्षक के रूप में कार्य करने वाले कर्मठ कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया, साथ ही इस वर्ष 2023 में 12वी कक्षा में जिन विद्यार्थियों ने 90% से अधिक अंक लिए है उन मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर उनका उत्साह वर्धन किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि  CGM, SECL भ्राता संजय मिश्रा, नगर पालिका अध्यक्ष बहन प्रभा पटेल, जिला शिक्षा अधिकारी भ्राता अजय मिश्रा, पूर्व BEO, प्रिंसिपल भ्राता गिरिभ कुरचानिया, श्रीमती मिश्रा, ब्रह्माकुमारी माधुरी बहन व चित्ररेखा बहन उपस्थित थे।CGM, SECL भ्राता संजय मिश्रा जी ने सभी से आह्वान किया कि पर्यावरण की रक्षा के लिए हम जीवन मे कम से कम 3 संकल्प करें एक पॉलीथिन को नो कहे, वृक्ष लगाए, पानी का दुरुपयोग न करे तभी हम प्रकृति के विनाश को कुछ दिन और रोक पाएंगे।DEO भ्राता अजय मिश्रा जी ने सभी वक्ताओं की बात को सहमति दी और बच्चों के शिक्षा क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों को सराहते हुए उन्हें और और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।ब्रह्माकुमारी माधुरी बहन ने बताया कि कहा गया है आउटर नेचर इज द रिफ्लेक्शन ऑफ इनर नेचर, मानव की आंतरिक प्रकृति ही बाहरी प्रकृति को नियंत्रित करती है अतः बाहरी पर्यावरण प्रदूषण को रोकना है तो पहले आंतरिक प्रदूषण को रोकना होगा अर्थात हमे अपने दूषित विचारों को पहले स्वछ करने पर ध्यान देना होगा। अगर मानव मन दया, करुणा, स्नेह, सम्मान, सहयोग आदि गुणों से पोषित होगा तो पर्यावरण प्रदूषण या प्रकृति का दोहन कभी होगा ही नही।मानव मन दूषित हो गया है इसलिए पर्यावरण दूषित है। मन को स्वछ करने का एक ही साधन है आध्यात्म।उन्होंने कहा कि प्रकृति को अपना मित्र समझे और रोज कम से कम 10 मिनट उससे बात करे उसे अच्छे विचारों के व्हायब्रेशन दे तो प्रकृति भी आपकी मित्र बन जाएगी।बहन प्रभा पटेल ने सभी को पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रिंसिपल भ्राता गिरिभ कुरचानिया जी ने भी पर्यावरण दिवस का महत्व बताते हुए इसकी सुरक्षा के प्रति सजक किया। ब्रह्माकुमारी चित्ररेखा बहन ने मंच का सफल संचालन किया।पर्यावरण दिवस के महत्व को ध्यान में रखते हुए ब्रह्माकुमारी अनिता बहन ने अतिथियों का स्वागत पौधे देकर किया। इस अवसर पर विशेष रूप से ग्रीनवेली के सभी पदाधिकारी तथा बच्चों के परिजन भी उपस्थित रहे। 

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