सादाबाद: दो दिवसीय “भारत के प्राचीन राजयोग” विषय पर कार्यक्रम

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सादाबाद (उ.प्र.) : ब्रह्माकुमारीज़ सादाबाद द्वारा आयोजित “शिव शक्ति भवन” के सभागार में अंतराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में दो दिवसीय भारत का प्राचीन राजयोग विषय पर ज्ञान योग तपस्या भट्टी का कार्यक्रम हुआ।कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर  मुख्य मेहमान माउंट आबू से  आये ज्ञान योग भट्टी ट्रैनर व प्रसिद्व आध्यात्मिक गायक राजयोगी रमेश भाई जी, नगर पंचायत अध्यक्ष बहन हेमलता अग्रवाल जी, उधोगपति व प्रमुख समाजसेवी भ्राता राजू अग्रवाल जी,  आगरा से आयी क्षेत्रीय प्रभारी बीके शीला दीदी ,जनपद प्रभारी बीके सीता दीदी जी,मुरसान के पूर्व चैयरमेन श्री गिर्राज किशोर शर्मा जी, बहन किरन शर्मा, बीके भावना दीदी, सीमा बहिन आदि प्रमुख जनों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
द्वितीय दिवस पर उपजिलाधिकारी भ्राता संजय कुमार जी, आगरा सह क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी कविता दीदी जी, आदि मेहमानों की उपस्थिति में कार्यक्रम हुआ।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके भावना बहिन ने सर्व जनों को संगीत के साथ शारिरिक योगा कराया।
सादाबाद नगर पंचायत अध्यक्ष बहन हेमलता अग्रवाल जी ने कहा यहाँ ब्रह्माकुमारीज में पहली बार आकर बहुत आनन्द महसूस हो रहा है। संस्था द्वारा भारत के प्राचीन राजयोग विषय पर जो कार्यक्रम रखा गया है वह बेहद ही सराहनीय है। और ये ब्रह्माकुमारी दीदियां प्रशंशा के पात्र है जो समाज को एक नई दिशा व दशा देने का कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आये उपजिलाधिकारी भ्राता संजय कुमार जी ने अपना ईश्वरीय अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे माता पिता इस ईश्वरीय विश्व विद्यालय से कई वर्षों से जुड़े है। और यहाँ की ईश्वरीय शिक्षाओं को नियमित ग्रहण करते है। जो हमेशा यहीं शिक्षा देते कि भगवान का हाथ और साथ सदैव पकड़े रखेंगे तो सदा सफलता मिलती रहेगी।
भारत के प्राचीन राजयोग पर विचार रखे गए एवं माउंट आबू से  आये ज्ञान योग भट्टी ट्रैनर व प्रसिद्व आध्यात्मिक गायक राजयोगी रमेश भाई जी, ने सुंदर सुंदर गीत ” मेरे संग संग चलते है बाबा , जैसे गगन में चांद”, बाबा मेरे साथ, एवं अन्य मधुर गीतों के माध्यम से ज्ञान योग तपस्या भट्टी कराते हुए सर्व जनों से स्व परिवर्तन का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में बीके सीता दीदी ने कहा कि भारत का प्राचीन राजयोग मशहूर है। राजयोग के लिए कहा जाता है राजयोग अर्थात राजा बनने के लिए योग करना। 
आगरा से आयी क्षेत्रीय प्रभारी बीके शीला दीदी ने कहा राजयोग का अर्थ ही स्वयं को आत्मा (दिव्य प्रकाश का एक छोटा बिंदु) के रूप में पहचानना और अनुभव करना 
भरतपुर से आयी आगरा सह क्षेत्रीय प्रभारी बीके कविता दीदी ने कहा कि इस ज्ञान योग भट्टी में स्व परिवर्तन कर अपने पुराने संस्कार काम, क्रोधादि आदि विकारों को समाप्त करना ही है। तभी हमारा यहाँ आना सार्थक होगा।
कार्यक्रम में प्रमुख समाजसेवी भ्राता राजू अग्रवाल जी, स्थानीय प्रभारी बीके भावना बहिन, पूर्व चेयरमैन गिर्राज किशोर शर्मा जी, बहन किरन शर्मा जी, बीके सीमा बहिन जी, रोबिन बहिन आदि प्रमुख जनों ने अपनी शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर  क्षेत्र के आस पास के गॉवों के ग्रामीण भाई बहिनें भी उपस्थित रहे।अंत मे सभी को ईश्वरीय सौगात के साथ सम्मानित किया गया।

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