गया-एपी कॉलोनी(बिहार): ब्रह्माकुमारीज संस्थान कि प्रथम मुख्य प्रसासिक मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती(मम्मा) का 58वां पुण्य स्मृति दिवस शनिवार 24 जून को आध्यात्मिक ज्ञान दिवस के रुप में मनाया। एपी कॉलोनी प्रभु वंदना भवन के प्रांगण में आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में संस्था की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन,समाज सेवक राजू अग्रवाल,डॉक्टर पीके वर्मा, ब्रह्माकुमारी प्रतिमा बहन,ब्रह्माकुमारी पूजा बहन,एडवोकेट मंजू बहन एवम अन्य सभी भाई बहन मौजूद थे। बीके सुनीता दीदी ने कहा की मातेश्वरी मम्मा सदा अंतर्मुखी रहती थी। मम्मा हमेशा कहती थी की सदा दो मंत्र याद रखो एक हर घड़ी अंतिम घड़ी दूसरा हुकमी हुक्म चला रहा है।इन्ही मंत्रो से सहज नस्तोमोहा स्मृति स्वरूप हो जाएंगे।इससे ही शिव बाबा और ब्रह्मा बाबा क आसाओ को पूरी कर सकंगे। मम्मा बचपन से ही तपस्वी और दिव्य बुद्धि की धनी थी।उनके सामने कैसी भी परिस्थिति आई लेकिन वह कभी विचलित नहीं हुई।उन्होंने कठिन योग साधना से स्वयं को इतना शक्तिशाली बना लिया था की कैसा भी क्रोधी व्यक्ति उनके सामने आता था तो वो शांत हो जाता था।मम्मा रात 2 बजे से योग साधना करती थी।वो सदा हां जी का पाठ पढ़ी। तत्पश्चात दीप प्रज्ज्वलित कर सभी ने मम्मा को पुष्पांजलि अर्पण किया।इस मौके पर मौजूद राजू अग्रवाल जी ने कहा की अप सभी भी जब परमात्मा के बने है तो परमात्मा पर अटल निश्चय रखकर अपना कार्य करना है।
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