अलीराजपुर: पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस स्टाफ के लिए तनाव मुक्त जीवन पर वर्कशॉप का आयोजन

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 अलीराजपुर पुलिस स्टाफ के मध्य तनाव मुक्त जीवन कार्यशाला के आयोजन में बोलती हुई ब्रम्हाकुमारी माधुरी बहन व साथ में ब्रह्मा कुमार नारायण भाई

एक अच्छी सोच मन , तन को स्वस्थ बनाता है। ब्रह्मा कुमार नारायण भाई

अलीराजपुर,मध्य प्रदेश। वर्तमान भागदौड़ की जिंदगी में तनाव ,अवसाद, चिंता का गहरा प्रभाव हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । हम शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भले ही प्राणायाम एक्सरसाइज करते हैं लेकिन मन का प्रभाव तन पर अवश्य पड़ता है।  हमारी छोटी छोटी सोच, नकारात्मक विचार का प्रभाव हमारे शरीर की प्रत्येक कोशिका पर पड़ता है। आज अच्छा नहीं सोचने के कारण हमारा तन दिन प्रतिदिन रोग ग्रस्त होता जा रहा है ।अगर हम प्रत्येक दिन सवेरे उठते ही अपने सत्य स्वरूप आत्मा के ऊपर मन को एकाग्र कर दे तू उससे हमारा मन तुरंत एकाग्र, शांत होने लगता है, मन का प्रभाव तन पर पड़ता है तभी स्वस्थ होने लगता है। यह विचार इंदौर से पधारे जीवन जीने की कला के प्रणेता ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम पर पुलिस स्टाफ के मध्य अपने जीवन को तनाव मुक्त कैसे बनाएं इस विषय पर संबोधित करते हुए बताया कि हम कौन है ?? हमारा कर्तव्य क्या है ?? चेक करें..दिन भर की व्यस्त दिनचर्या में हम कितनी बार यह प्रश्न स्वयं से पूछते हैं?? शायद बहुत कम, ना के बराबर । क्योकि हम स्वयं की बजाए दूसरों को ज्यादा देखते हैं । चेक करना चाहिए स्वयं को, लेकिन चेकिंग करते हैं दूसरों की । क्योकि स्वयं के लिए तो हमारे पास समय ही नही है । सारा समय तो दूसरों की चेकिंग में चला जाता है । लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि जैसे हम दूसरों की चेकिंग में व्यस्त है वैसे ही दूसरे भी हमारी चेकिंग कर रहें हैं । इसलिए अगर हम दूसरों के अवगुण देखतें हैं तो वही अवगुण हमारे अंदर आ जाते हैं ।और फिर देखने वाले को हमारे अंदर भी अवगुण दिखाई देते हैं । इसलिए यदि दूसरों का निरीक्षण करना भी है तो इसके लिए पहले स्वयं को प्रशिक्षण दें कि हमे उस व्यक्ति में क्या देखना है । इसलिए सदा सकारात्मक बातों का ही निरीक्षण करो । दूसरों के गुण देखेंगे तो गुण वान बनेगे । हर किसी में कुछ ना कुछ विशेषता अवश्य होती है ।सदा याद रखो …अपने जीवन में गुणों का अभाव ही दूसरों की निंदा करने की आदत को बढ़ावा देता है और गुणों का अभाव तब होता है जब हम दूसरे में अवगुण देखते हैं ।जब हम दूसरों में गुण देखते हैं तो हमारा जीवन भी प्रेम, आनन्द से भरपूर हो जाता है और तब हम दूसरों को भी वही देते है। ब्रह्माकुमारी माधुरी बहन ने बताया कि हम अपने कर्मों से औरों को खुशी दे तो अनंत गुना खुशी हमारे में दुआओं के रूप में आती है उससे भी हमारा तन स्वस्थ रहता है। कार्यक्रम का शुभारंभ बृज लाल रोकड़े सूबेदार जी ने किया और कार्यक्रम का आभार भी ।कार्यक्रम में रिजर्व इंस्पेक्टर इनोद रन्धावाला ,अर्जुन वास्कल सूबेदार व अन्य पुलिस के स्टाफ मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में  सभी को मानसिक एकाग्रता के लिए राजयोग कॉमेंट्री का अभ्यास कराया गया।

अलीराजपुर, भ्राता विनोद रंधावाल रिजर्व इंस्पेक्टर अलीराजपुर पुलिस को पत्रिका सौगात में देते हुए ब्रह्माकुमार नारायण भाई, ब्रम्हाकुमारी माधुरी बहन साथ में समाजसेवी अरुण गहलोत।

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