माउंट आबू ,राजस्थान। प्रशासकों, व्यवस्थापकों तथा प्रबंधकों के लिए ज्ञान सरोवर आबू पर्वत पर दिनांक 30 जून से 4 जुलाई, 2023 के दौरान आयोजित की गई आध्यात्मिक रिट्रीट का संक्षिप्त समाचार।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय तथा राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के प्रशासक सेवा प्रभाग द्वारा ज्ञान सरोवर माउंट आबू में आध्यात्मिक रिट्रीट का आयोजन किया गया, जिसमें भारत एवं नेपाल से लगभग 500 वीआईपी ने भाग लिया। इस रिट्रीट का विषय था – स्वशासन – सफल प्रशासन की कुंजी – इसका उद्घाटन सत्र तथा अन्य सत्रों का संक्षिप्त समाचार निम्नलिखित है। उद्घाटन सत्र: इस सत्र में ब्रह्माकुमार हरीश भाई, मुख्यालय संयोजक, प्रशासक सेवा प्रभाग ने सत्र के प्रारम्भ में स्वागत करते हुए कहा की स्वयं पर शासन करने वाला सफल प्रशासन कर सकता है।आपने मंचासीन सभी मेहमानों तथा सभा में उपस्थित सभी भाई बहनों का नाम सहित सुन्दर रीति से स्वागत किया।
ब्रह्माकुमारी पूनम बहन, जोनल कोऑर्डिनेटर, प्रशासक सेवा प्रभाग, राजस्थान एवं सब-जोन इंचार्ज, जयपुर ने मुख्य भाषण देते हुए कहा कि स्वशासन के लिए स्वयं का विस्तार से परिचय जानना, इन्द्रियों पर नियंत्रण करना, प्रलोभनों से दूर रहना, वाणी/भावनाओं का नियंत्रण करना है। स्वशासन ही सफल प्रशासन की कुंजी है। भ्राता प्रेम सुख बिश्नोई, आईएएस डायरेक्टर, फिशरीज एंड एडिशनल कमिश्नर ऑफ़ एम्प्लॉयमेंट, गारंटी स्कीम, राजस्थान सरकार, जयपुर ने अभिनन्दन करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संस्था ब्रह्माकुमारीज ने बेस्ट एडमिनिस्ट्रेशन कैसे करना चाहिए? इसके लिए यह रिट्रीट का आयोजन किया है यह अभिनंदनीय है।
भ्राता मनोज सेठी, ICAS जॉइंट सेक्रेटरी एवं फाइनेंसियल एडवाइजर, मिनिस्ट्री ऑफ़ युथ स्पोर्ट्स, भारत सरकार , नई दिल्ली ने प्रवचन में कहा की प्रशासनिक सेवाओं के साथ लोगो का भविस्य जुड़ा हुआ है, इसलिए तुफानो जैसी आपत्ति के समय में अध्यात्म ज्ञान, तथा राजयोग के अभ्यास से सफल प्रशासन कर सकते है।
भ्राता कृष्णकांत पाठक, आईएएस सेक्रेटरी, फाइनेंस (रेवेन्यू) डिपार्टमेंट, राजस्थान सरकार, जयपुर ने अपने प्रवचन में कहा कि स्व-शासक बनने के लिए कर्मेन्द्रियों का नियंत्रण की आवश्यकता पर इसका प्रयोग करना है। अध्यात्म से स्वावलंबी समाज का निर्माण करना है। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अवधेश बहन, नेशनल कोऑर्डिनेटर, प्रशासन प्रभाग, भोपाल ने शुभ प्रेरणा देते हुए कहा कि चरित्रता की शक्ति महान शक्ति है, जिससे व्यक्ति में स्वयंशिस्त आता है और वह स्वशासन सहजता से कर सकता है।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी आशा बहन, चेयरपर्सन, प्रशासक सेवा प्रभाग एवं डायरेक्टर, ओम शांति रिट्रीट सेंटर, गुरुग्राम, दिल्ली ने अपने अध्यक्षीय प्रवचन में कहा कि, प्रशासकों को सभी के दिलों को जीतने वाला प्रशासक बनना है. इसके लिए अपना प्रशासक बनना जरूरी है. अपने आपको कंट्रोल करना है, राजाई के संस्कारों को धारण करना है। इस संस्था का लक्ष्य भी है – स्व-परिवर्तन से विश्व-परिवर्तन करना है। स्वयं की इन्द्रियों को नियंत्रित करना है और मन, बुद्धि, संस्कार में परिवर्तन करना है।ब्रह्माकुमार शैलेश भाई, सेक्रेटरी, प्रशासन प्रभाग, गोधरा, गुजरात ने आभार दर्शन करते हुए कहा की अध्यात्म-चिंतन तथा राजयोग के अभ्यास द्वारा स्वशासन के लिए स्व-प्रशासन की शक्तियां प्राप्त होती है, जिसके उपयोग/प्रयोग करने से प्रशासन को सफल बना सकते है। सभी के दिलो पर शासन करने वाला सफल प्रशासक है। नाम सहित सभी का हार्दिक धन्यवाद किया।
ब्रह्माकुमारी राधा बहन, जोनल को-ऑर्डिनेटर, प्रशासक सेवा प्रभाग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश ने इस सत्र का कुशल संचालन सुन्दर रीति से किया इस कटरा में ब्रम्हाकुमारी दीपा बहन, राजयोग टीचर, सम्बलपुर, ओडिशा ने सुन्दर गीत प्रस्तुत किया और भोपाल (म-प्र-) के गुलमोहर सेंटर के डिवाइन डांस ग्रुप की बालिकाओ ने नृत्य-गीत प्रदर्शित किया. इस रिट्रीट 2 जुलाई, 2023 रविवार के दिन मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, इसमें ज्ञान सरोवर के कलाकारों ने भांगड़ा नृत्य, जादूगरी का खेल, भोपाल गुलमोहर सेंटर का डिवाइन डांस ग्रुप ने नृत्य-गीत, नृत्यनाटिका तथा अन्य कलाकारों ने विविध कलाओं को प्रदर्शित करके सभी का मनोरंजन कराया ।
इस रिट्रीट में 8 इंटरैक्टिव सेशंस, पैनल डिस्कशन सेशन, समापन सत्र, अनुभवों की लेनदेन सत्र तथा राजयोग मैडिटेशन के 4 सत्र का भी आयोजन किया गया। इन सभी सत्रों में निपुण, विद्वान वक्ताओं तथा ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के प्रशिक्षक राजयोगी भाई बहनो ने प्रभावशाली प्रवचनों द्वारा सभी को लाभान्वित किया।
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