संभाजी नगर: सकारात्मक चिंतन और नैतिक मूल्यों से सशक्त युवा-भगवान भाई

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संभाजी नगर (महाराष्ट्र ) : भौतिक शिक्षा से हम रोजगार प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन परिवार, समाज, कार्यस्थल में परेशानी या चुनौती का मुकाबला नहीं कर सकते उन्होंने  कहा कि  नैतिक मूल्यों से व्यक्तित्व में निखार, व्यवहार में सुधार आता है।नैतिक मूल्यों का ह्रास व्यक्तिगत, सामाजिक, राष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है। समाज सुधार के लिए नैतिक मूल्य जरूरी हैं। उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहे| वे स्वतंत्र सेनानी उत्तमराव पाटिल नर्सिंग कालेज में सकारात्मक विचारो से नैतिक मूल्य  विषय पर बोल रहे थे |

भगवान भाई ने कहा कि हमारे जीवन में श्रेष्ठ मू्ल्य है तो दूसरे उससे प्रमाणित होते हैं।जीवन में नैतिक मूल्य होंगे तो आदमी लालचहिंसाझूठकपट का विरोध करेगा और समाज में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा अनैतिकता से मनोबल कम होता है।उन्होंने कहा  कि  मूल्यों की शिक्षा से ही हम जीवन में विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जब तक हम अपने जीवन में मूल्यों और प्राथमिकता का निर्धारण नहीं करेंगेअपने लिए आचार संहिता नहीं बनाएंगे तब तक हम चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर सकते।

उन्होंने  कहा की  नैतिक मूल्यों से व्यक्तित्व में निखारव्यवहार में सुधार आता है।नैतिक मूल्यों का ह्रास व्यक्तिगतसामाजिकराष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है। समाज सुधार के लिए नैतिक मूल्य जरूरी है।उन्होंने कहा कि नैतिक शिक्षा की धारणा सेआंतरिक सशक्तीकरण से इच्छाओं को कम कर भौतिकवाद की आंधी से बचा जा सकता है। व्यक्ति का आचरण उसकी जुबान से ज्यादा तेज बोलता है। लोग जो कुछ आंख से देखते हैं। उसी की नकल करते हैं।

भगवान भाई ने कहा कि नैतिक शिक्षा का अर्थ उस शिक्षा से है जो बच्चे में नैतिकता के गुणों का विकास करती है बच्चों को संस्कारों से जोड़ती है उन्हें उनके कर्तव्यों का ज्ञान कराती है परिवारसमाजसमूह के नैतिक मूल्यों को स्वीकारना तथा सामाजिक रीति – रिवाजोंपरम्पराओं व धर्मों का पालन करना सिखाती है |

नर्सिंग ट्यूटर शिल्पा कुलकर्णी  जी ने भी अपना उद्बोधन देते हुए कहा की नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है।

नर्सिंग ट्यूटर कृष्णा सोनी जी ने कहा  कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। नैतिक मूल्यों की कमी के कारण अज्ञानतासामाजिककुरीतियां व्यसननशाव्यभिचार आदि के कारण समाज पतन की ओर जाता है |

बी के पवार भाई जी   ने कहा कि  नैतिक गुणों के बल पर ही मनुष्य वंदनीय बनता है। सारी दुनिया में नैतिकता अर्थात सच्चरित्रता के बल पर ही धन-दौलतसुख और वैभव की नींव खड़ी है। उन्होंने कहा की  जब तक जीवन में आध्यात्मिकता नही है तब तक जीवन में नैतिकता नही आती है |उन्होंने कहा कि  नैतिक शिक्षा के अभाव के कारण ही आज जगत में अनुशासनहीनताअपराध ,नशा-व्यसनक्रोध,झगड़े आपसी मन मुटाव बढ़ता जा रहा है।

कार्यक्रम में बी के पवार भाई बी के भानुदास भाई उपस्थित थे |

अंत में बी के भगवान भाई जी ने मन की एकाग्रता बढाने हेतु राजयोग मेंडिटेशन भी कराया |

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