*ब्रह्मा कुमारी आश्रम से जुड़ी 12 ब्रह्मचारिणी बहनों ने भगवान शिव को जीवन साथी स्वीकारा * *12 ब्रह्मा कुमारी बहनों ने संयम-व्रत लेकर परमात्मा शिव को किया जीवन समर्पित* *शिवलिंग को बांधा सेहरा,सफ़ेद साड़ी और लाल चुनरी में तैयार हो पहुंची 12 बहनें *
नंदुरबार,महाराष्ट्र: नंदनगरी में भव्य आलौकिक समर्पण समारोह धूम धाम से संपन्न हुआ। गुरु नानक मंगल कार्यालय में गूँजी अलौकिक समर्पण समरोह की शाहनियाँ। कार्यक्रम में दीप प्रज्वलित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक चंद्रकांत रघुवंशी ने अपनी शुभ कामनाएं दी और आभार प्रकट करते हुए उन्होंने नंदुरबार में भव्य ओम शान्ति भवन बनाने का आश्वासन दिया। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शिला दीदी ने सभी बहनों के माता पिता को समर्पित जीवन का महत्त्व बता कर अपनी बच्चियों को समर्पित करने का शुभ संकल्प लिया इसलिए सभी बहनों के माता पिता को धन्यवाद दिया और सभी बहनों को प्यार दिया। शहादा से राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी ने कहा कि मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि इससे पहले 3 बहनों का, बाद में 9 बहनों का मुझे समर्पण कराने सौभाग्य मिला और अभी 12 बहनों का समर्पण करा रही हूँ। उन्होंने कहा कि आशा है की भविष्य में इससे जादा बहनें समर्पित होगी और नंदुरबार की नंदनगरी में एक भव्य ओम शान्ति भवन की निर्मिती करे और ऐसी आशा जताई कि वह कार्य अभी निर्विघ्न संपन्न होगा । माउंट आबू से पधारे बाळू भाई जी ने सभी बहनों को शुभ कामनाएं दी । ओ आर सी से संध्या बहन ने शुभ कामनाएं दी, राजस्थान से पधारी नलिनी दीदी ने शुभ शुभकामनाएं दी और सोनाई की उषा दीदी ने भी शुभ कामनाएं दी। नंदूरबार से बी के योगिता बहन ने सभी का आभार प्रकट किया। प्रकाशा की ब्रह्मा कुमारी मोना बहन ने सूत्र संचालन किया।
पूर्व नगराध्यक्षा रत्ना रघुवंशी ,पूर्व नगरसेवक मोहन भाई, राजयोगिनी बी के कमल दीदी, राजयोगिनी बी के विजया दीदी और नंदुरबार समेत पुणे,तलोदा, धडगांव, शहादा ,साक्री, धानोरा,नीझर, प्रकाशा,खेतिया,पानसेमल के ब्रह्मा कुमारीज़ से जुड़े भाई बहनें उपस्थित रहे। इस मौके पर समर्पण होने वाली बहनों के माता- पिता ,भाई -बहन, तथा परिवार के सदस्यों ने भी इनकी सफलता के लिए मंगल कामना की। कहने लगे ऐसा दृश्य हमने पहली बार देखा और बहुत खुश होते रहे।
इन बहनों ने अपना जीवन सपर्पित किया – बी के योगिता – नंदुरबार, बी के वर्षा – नंदुरबार, बी के सरिता -धडगाव, बी. के दुर्गा -शहादा ,बी के वीणा – प्रकाशा , बी के रत्ना- डोंडवाड़ा , बी के आरती – धानोरा, बी के चन्द्रकला – खेतिया , बी के राजेश्वरी – पानसेमल, बी के सोनल -कुसुम्बा , बी के शीतल–कुसुम्बा और बी के वंदना-शिन्दखेड़ा.