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पुणे : युवा प्रभाग द्वारा जगदम्बा भवन में सम्मलेन का आयोजन

आध्यात्मिक विचारधारा से समाज में बदलाव संभव – IPS कृष्ण प्रकाश

जगदम्बा भवन, पिसोली में “Youth for Well Being and Better World” विषय पर युवाओं का सम्मलेन आयोजित हुआ।  दीप प्रज्वलन द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन सम्पन्न हुआ

पुणे,महाराष्ट्र: 1998 बैच के IPS अफसर, Ironman नाम से प्रसिद्द, महाराष्ट्र पुलिस (फ़ोर्स वन) के प्रमुख कृष्ण प्रकाश ने युवाओंको को सम्बोधित करते हुए कहा की, प्रत्येक विशेषण का एक विलोम होता है, जैसे सच का झूठ, जीत का हार, लेकिन आनंद का कोई विलोम नहीं होता। सत चित्त से जो भी कार्य किया जाता है, वह ईश्वरीय कार्य होता है, और उससे आनंद, समाधान ही मिलने वाला है। ब्रह्माकुमारीज के आध्यात्मिक विचारधारा के माध्यम से यही विचार फैलाया जा रहा है की, सभी अपने आपमें सम्पूर्ण है। अपने विचारों से ही अपने कर्म बनते है, जरुरत है अपने विचार, सोच को बदलने की।

पुणे यूनिवर्सिटी के NSS डिवीज़न के अध्यक्ष सदानंद भोसले ने राष्ट्रिय सेवा योजनाओंके विषय में सभी युवाओं को जानकारी दी। राष्ट्रिय सेवा योजना में सेवा शब्द का महत्व बहोत है। ब्रह्माकुमारीज के विश्व में व्याप्त सभी सेवाकेन्द्रों द्वारा आत्मजागृति का कार्य हो रहा है, यह बहोत बड़ी सेवा है  जिसकी जितनी भी सराहना करे, कम ही है। 

युवा प्रभाग की उप-अध्यक्षा राजयोगिनी चन्द्रिका दीदी ने अपने निजी अनुभव साँझा करते कहा की कैसे उन्हें परमात्मा के दिव्य और अलौकिक स्वरूप का साक्षात्कार हुआ। उन्होंने आगे बताया की जैसे परमात्मा ने उन्हें अपनी और खिंचा, ऐसे सभा में आये हुए सभी युवा भी परमात्म प्रेरणा से यहाँ आये है। स्वयं की दृष्टी परफेक्ट होने से सारी दुनिया भी परफेक्ट हो जाएगी। क्यूंकि जैसी दृष्टी वैसी सृष्टि।  ऐसे व्यक्तित्व का धनि बनना है, जिससे मै खुद बदलके सारे संसार को बदल पाऊ।  

पुणे विद्यार्थी गृह के अध्यक्ष सुनील रेडकर ने कहा की पुणे विद्यार्थी गृह पिछले १४० सालों से युवाओं के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है। नई पीढ़ी को मार्गदर्शन करने का कार्य ब्रह्माकुमारीज द्वारा हो रहा है, और युवाओं का इन मार्गदर्शन शिविरों का लाभ अवश्य लेना चाहिए। यहाँ का वातावरण बहोत सकारात्मक है।

जगदम्बा भवन की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुनंदा दीदी ने मैडिटेशन का बहुत सरल अर्थ बताया – M माना मेमरी (स्मृति), E माना अविनाशी, D माना ड्रामा (कर्म), I माना (Who am I), T माना Truth (सत्य), A माना अलर्ट, एक्टिव, आल-राउंडर, T माना (नो Tension), I माना इनर पावर, O माना OK, N माना नेगटिवेटी को समाप्त करना।  ऐसा मैडिटेशन रोज 10 मिनिट करेंगे तो परमात्मा से सर्व शक्तिया प्राप्त होंगी और हम सदा खुश रह पाएंगे। 

युवा प्रभाग की प्रवक्ता बीके रीटा बहन ने प्रभाग द्वारा देश भर में हो रही अनेकानेक योजनाए और सेवाओं की जानकारी सभी युवाओंके साथ साझा की। 

वरिष्ठ राजयोग शिक्षक ब्रह्माकुमार दशरथ भाई ने कहा की, परमात्मा ने ब्रह्माकुमारीज संस्था की स्थापना छोटे-छोटे युवाओं के द्वारा ही की, और यह संस्था आज विश्व के कोने-कोने में फैली है। 

ब्रह्माकुमारी नलिनी बहन ने राजयोग के अभ्यास से सभी को शांति की अनुभूति कराई। कार्यक्रम में अयांश लीडरशिप अकादमी से आये लगभग ५० विद्यार्थी भी शामिल हुए ।

युवाओं के लिए “Value Games” का आयोजन भी किया गया था, जो की विशेष आकर्षण का केंद्र बना। कोल्हापुर से आयी श्वेता बहन ने अपने गीत से सभी के मन को जीत लिया। “चक दे इंडिया” गाने पर बी.के. शिवांशी ने नृत्य पेश किया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन ब्रह्माकुमारी भाग्यश्री बहन ने किया।

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