मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरअम्बिकापुर: ब्रह्माकुमारीज द्वारा 15 दिवसीय अध्यात्मिक ज्ञान शिविर

अम्बिकापुर: ब्रह्माकुमारीज द्वारा 15 दिवसीय अध्यात्मिक ज्ञान शिविर

सरस्वती ज्ञान महाविद्यालय में ब्रह्माकुमारीज द्वारा 15 दिवसीय अध्यात्मिक ज्ञान शिविर के अंतर्गतअंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम।

जोखिम उठाने का साहस  ईमानदारी से कोशिश, दुनियादारी की परवाह किये बिना जो निरंतर अपने लक्ष्य में लगता है, उसे ही मंजिल मिलती है: विवेक शुक्ला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़: ब्रह्माकुमारीज एवं सरगुजा पुलिस एवं स्वैच्छिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में संचालित नवा बिहान नशा मुक्ति जागरूकता अभियान एवं परामर्श केन्द्र सरगुजा के द्वारा अंतराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय एवं सरस्वती महाविद्यालय अम्बिकापुर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जो भी करें, जो भी लक्ष्य हो, उसे पाने के लिये हर प्रयास करना चाहिए, लक्ष्य के प्रति समर्पित व्यक्ति ही जीवन में कुछ कर पाता है। ठीक है लक्ष्य तक एक बार में नहीं पहुंचा जा सकता, किन्तु लगातार प्रयास से उसे पाना असंभव नहीं है। ईमानदारी पूर्वक मेहनत, स्पष्ट लक्ष्य, जोखिम उठाने का साहस, दुनियादारी की परवाह किये बिना अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण, लक्ष्य न मिलने की स्थिति में वैकल्पिक रास्ते ढूंढ कर रखना और जीवन में चाहे जिस भी स्थिति में हों, जो बन जायें, चाहे कितनी भी ऊंचाई पर पहुंच जायें, हमेशा मौलिक बने रहें। आप जमीन से जुड़े रहिये, ऐसा नहीं कि जब आप जीवन में कुछ अच्छा कर रहे हैं, बड़े आदमी बन गये, बड़े अधिकारी बन गये तो आपके रिश्तेदार, आपके दोस्त, आपके सहपाठी को ही आप भूल जायें और दूसरे नजरिये से देखने लगे। जो शुरू से थे वहीं हमारे साथ बने रहें, उनका सम्मान कीजिये, जैसा आपका व्यवहार पहले था वह हमेशा रहे, मतलब स्पष्ट है कि आप अपनी मौलिकता को बनाये रखिये। चाहे जितना धन, संपदा प्राप्त कर लें, लेकिन यदि कोई हमें पूछे ही नहीं, कोई माने ही नहीं, कोई मिले ही नहीं, लोग दूरी बना लें तो ऐसे धन, संपदा का क्या फायदा? अपने व्यवहार में हमेशा नरमी रखें, व्यवहार कुशल बनें, यही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। आगे कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने अंतराष्ट्रीय युवा दिवस पर अपना संघर्ष एवं युवाकाल में कैसे क्या चलता है, लक्ष्य को लेकर कैसे असमंजस की स्थिति रहती है, घर-परिवार, समाज, मित्र सबका व्यवहार एवं माहौल कैसा रहता है, कैसे हम भटक जाते हैं और फिर सम्हलने की कोशिश करते हैं, अपने जीवन के संघर्ष के माध्यम से छात्र-छात्राओं को बताया। साथ ही नशा मुक्ति को लेकर चलाये जा रहे नवा बिहान अभियान को लेकर कहा कि यह केवल नशा मुक्ति के लिये नहीं है, पुलिस एवं आमजनों के बीच आपसी सामंजस्य बढ़ाने को लेकर चलाया जा रहा एक कार्यक्रम है, जो आप सबके सहयोग से ही सफल होगा।

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