भिलाई: निमित्त, निर्माण और निर्मल वाणी दादी जी के जीवन के मंत्र रहे…

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राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी के स्मृति दिवस को भिलाई,दुर्ग छत्तीसगढ सहित विश्व के सभी सेवाकेंद्रों में मनाया गया….

भिलाई,छत्तीसगढ़:- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी  दादी प्रकाशमणि जी की 16वीं पुण्यतिथि स्मृति दिवस को आज सेक्टर 7 स्तिथ पीस  ऑडिटोरियम में श्रधांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भिलाई सेवाकेन्द्रों की निदेशिका  ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने दादी प्रकाशमणि जी के संग बिताए पलों को साझा करते हुए कहा कि दादी जी के अंदर नेतृत्व क्षमता इतनी अद्भुत थी कि उनके प्रशासन के दौरान ब्रह्माकुमारी संस्थान की 140 देशो में 8000 से भी अधिक शाखाएं खुली तथा विभिन्न विदेशी संस्कृतियों के होने के बावजूद भी बड़ी संख्या में विदेशियों ने प्राचीन भारतीय राजयोग की शिक्षा को अपने दैनिक जीवन में अपनाया|

दादी जी पवित्रता की अवतार थी, उनकी स्नेह भरी आत्मिक मुस्कान और सेकंड की अलौकिक रूहानी दृष्टि हर आत्मा में शक्ति भर देती थी|निमित्त, निर्माण और निर्मल वाणी दादी जी के जीवन के मंत्र रहे। दादी जी के नेतृत्व में ही संस्था को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा शान्ति दूत का पुरस्कार प्राप्त हुआ, राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी के स्मृति दिवस को भिलाई,दुर्ग छत्तीसगढ सहित विश्व के सभी सेवाकेंद्रों में मनाया गया|

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