नैतिक शिक्षा के साथ साथ आध्यात्मिक शिक्षा भी वर्तमान समय की आवश्यकता – ब्रह्माकुमारी भावना।
जबलपुर म. प्र.।
शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शिव स्मृति भवन , के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी आर एस दीक्षित, डॉ बलीराम अहिरवार प्रोफ़ेसर मानकुंवर कॉलेज जबलपुर, अतुल मिश्रा प्रदेश अध्यक्ष, ब्रह्माकुमारी भावना सेवा केंद्र प्रभारी , डॉ पुष्पा पांडेय गइनोकोलोगिस्ट एवं संस्कारधानी के गणमान्य शिक्षक उपस्थित रहे जिन्होंने भव्यता के साथ दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
संगोष्ठी मूल उद्देश्य था नैतिक शिक्षा के साथ किस प्रकार से आध्यात्मिक शिक्षा को समावेशीत किया जा सकता हैं। वर्तमान समय समाज बाहर से तो शिक्षित होता जा रहा हैं परन्तु कही ना कही आंतरिक रूप से कमजोर हैं इसलिए हैं अब आवश्यकता हैं हमें अपने आंतरिक व्यक्तित्व को निखारने की उक्त विचार ब्रह्माकुमारी भावना दीदी जी सभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।
जिला शिक्षा अधिकारी भ्राता आर एस दीक्षित ने अपने उदबोधन में कहा की इस तरह के कार्यक्रम समाज में होते रहे यह आवश्यक हैं क्योंकि जब एक शिक्षक का व्यक्तित्व निखारता हैं तो उसका प्रभाव सम्पूर्ण समाज में पड़ता हैं जो की समाज को एक नई दिशा देने में समर्थ हैं।
कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी वर्षा दीदी जी किया।