आबू रोड: पांच दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में देशभर से पहुंचे 1500 पत्रकार

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पांच दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में देशभर से पहुंचे 1500 पत्रकार
– वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए सशक्त मीडिया विषय पर आयोजन
– सुबह- शाम दो सत्रों में 12 सितंबर तक चलेगा सम्मेलन


आबू रोड (राजस्थान)। 
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के शांतिवन परिसर में आयोजित राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन में देशभर से 1500 से अधिक पत्रकार भाग लेने पहुंचे हैं। इसमें प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया, वेब, रेडियो से जुड़े विभिन्न समाचार पत्रों, टीवी चैनल के संपादक, ब्यूरो चीफ, संवाददाता और रिपोर्टर भाग ले रहे हैं। वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए सशक्त मीडिया विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में सुबह- शाम दो सत्रों में वक्तागण विचार मंथन-चिंतन करेंगे। समापन 12 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।
शुक्रवार शाम को आयोजित स्वागत सत्र में लखनऊ से आए ऑल इंडिया स्माल न्यूजपेपर एसोसिएशन (आसना) के अध्यक्ष एसएस त्रिपाठी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ में राजयोग मेडिटेशन सीखकर मेरे जीवन में अद्भुत बदलाव आए। ध्यान के कारण आज 87 वर्ष की उम्र में भी खुद को फिट महसूस करता हूं। मेडिटेशन से मन में सदा सुख-शांति और आनंद रहता है। मन प्रसन्न रहता है। राजयोग सीखने के बाद व्यक्ति का जीवन बदल जाता है। यहां से जिसने भी राजयोग ध्यान सीखा है उसका जीवन बदल जाता है। योग सीखने और शांति के लिए लोग विदेशों से भारत आते हैं। मैं पिछले 40 साल से पत्रकारों की समस्याओं के लिए काम करता आ रहा हूं। इसके लिए दिल्ली में कई बार धरना-आंदोलन भी किया। आज पत्रकारों में एकता की जरूरत है।

कलम की ताकत को समाज कल्याण में लगाएं-
संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी ने कहा कि आप अपनी कलम की शक्ति को समाज के कल्याण और उत्थान में लगाएं। आपकी लेखनी से लोगों में आशा की किरण जागे। उन्हें प्रेरणा मिले। यहां से सभी संकल्प लेकर जाएं कि समाज के उत्थान के लिए अपनी लेखनी की शक्ति का उपयोग करेंगे।

यहां के आध्यात्मिक माहौल का लाभ लें-
मुंबई सबजोन की निदेशिका राजयोगिनी बीके नलिनी दीदी ने कहा कि मीडिया में बहुत ताकत होती है। आप जो चाहें वह कर सकते हैं। परमात्मा की यही शिक्षा है कि राजयोग ध्यान को जीवन में अपनाएंगे तो सुख-शांति और आनंद आ जाएगा। मीडिया विंग के उपाध्यक्ष बीके आत्म प्रकाश भाई ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि देशभर से आए सभी पत्रकार भाई-बहनों को तहेदिल से स्वागत है। यहां चार दिन तक यहां के आध्यात्मिक माहौल का पूरा लाभ लें। राजयोग मेडिटेशन को सीखकर अपने जीवन को आनंदमय बनाएं।

मीडिया कर्मियों के लिए ध्यान की आवश्यकता-
मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक बीके सुशांत ने मीडिया विंग का परिचय देते हुए सेवाओं के बारे में बताया। राष्ट्रीय समन्वयक बीके निकुंज ने सम्मेलन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि आज समाज के अन्य वर्गों की तरह मीडिया कर्मियों के लिए भी जीवन में ध्यान, अध्यात्म को शामिल करने की आवश्यकता है। सम्मेलन में चार दिन तक विद्वान पत्रकार, संपादक चिंतन-मंथन करेंगे, इससे समाज को नई दिशा मिलेगी।  
सर्वप्रथम टेलीफिल्म वाइस ऑफ ट्रथ दिखाई गई। जिसमें भारत की पुरातन संस्कृति, स्वर्णिम दुनिया और वर्तमान में आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। मधुरवाणी ग्रुप के बीके गायक सतीश व टीम ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संचालन मीडिया विंग की मुख्यालय संयोजिका बीके चंदा बहन ने किया।

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