छतरपुर: किशोर सागर में ‘ईश्वरीय विधान स्व-स्थिति का आधार’ विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया

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ईश्वरीय मर्यादा का पालन करना ही हमारी सच्ची सुंदरता और हमारी दिव्यता का आधार है – बीके शारदा दीदी जी

नियम मर्यादाओं की लकीर के अंदर रहना ही सर्व समस्याओं का समाधान है

छतरपुर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय किशोर सागर में “ईश्वरीय विधान स्व स्थिति का आधार” विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में अहमदाबाद से ब्रह्माकुमारीज के महिला प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका, वरिष्ठ राजयोगिनी शिक्षिका ब्रह्माकुमारी शारदा बहन जी का आगमन हुआ। इस अवसर पर आदरणीय दीदी जी का स्वागत ब्रह्माकुमारी बहनों ने शांति दूत फरिश्ता बनकर किया स्वागत की श्रृंखला में कु रेशु द्वारा स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात  ऊपर्णा उड़ाकर तिलक, गुलदस्ते के द्वारा आदरणीय दीदी जी को सम्मानित किया गया। स्वागत के पश्चात छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने शारदा बहन जी का परिचय दिया और ईश्वरीय नियम मर्यादाओं के प्रति उनकी दृढ़ता के बारे में सभी को बताया।

इस अवसर पर आदरणीय शारदा दीदी जी ने कहा कि जीवन में ईश्वर द्वारा बताए गए नियमों का पालन हमें अवश्य करना चाहिए क्योंकि मर्यादा में रहना ही हमारी सच्ची सुंदरता है, हमारी दिव्यता ही हमारा श्रृंगार है। हमें मर्यादा की लकीर को कभी भी पार नहीं करना है। सीता मैया ने केवल लक्ष्मण रेखा को पार किया था जबकि वह श्री राम की रेखा नहीं थी फिर भी उन्हें कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ा। हमें तो स्वयं निराकार परमपिता परमात्मा शिव की मर्यादाएं मिली हुई है यदि हमें सर्व समस्याओं से बचना है तो हमें भी उस मर्यादा की लकीर को कभी पार नहीं करना है। नियम धारणाएं हमारे जीवन को श्रेष्ठ बनाती हैं। गृहस्थ व्यवहार में रहते सर्व संबंधों को निभाते हुए अपने जीवन को कर्मयोगी बनाना है।

इस मौके पर अहमदाबाद से पधारी बीके आशा बहन ने सभी के साथ अपने ईश्वरीय जीवन के अनुभव साझा किये। इस कार्यक्रम में छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके विद्या, नौगांव सेवाकेंद्र प्रभारी बीके नंदा एवं छतरपुर जिले की सभी तहसीलों की ब्रह्माकुमारी बहनों सहित ईश्वरीय परिवार के सभी भाई बहनें उपस्थित रहे।

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