वड़ोदरा-अटलादरा,गुजरात: नवनियुक्त मेयर श्री पिंकी बहन सोनी, डेप्युटी मेयर श्री चिराग भाई बारोट एवं स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष डॉ. शीतल भाई मिस्त्री के सम्मान एवं अटलादरा सेवाकेंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी डॉ. अरुणा दीदी को उनकी 30 वर्षों में की गई आध्यात्मिक एवं सामाजिक सेवाओं द्वारा जागरूकता के प्रयासों के लिए आईटीएम वोकेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा दी गई डॉक्टरेट इन लिटरेचर की उपाधि के लिए सम्मान के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
कार्यक्रम में नवनियुक्त मेयरश्री पिंकी बहन सोनी, डेप्युटी मेयरश्री चिराग भाई बारोट, स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष भ्राता डॉ.शीतल मिस्त्री जी को नवनियुक्ति के लिए भविष्य की शुभकामनाएं और बधाइयां देते हुए तिलक और शॉल द्वारा सम्मानित किया गया जिसमें वडोदरा सांसद माननीय बहन रंजन भट्ट, ब्रह्माकुमारीज़ मंगलवाड़ी सबजोन इंचार्ज ब्रह्माकुमारी राज दीदी, ITM वोकेशनल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. अनिलभाई बिसेन उपस्थित रहे। इसके उपरांत सभी अतिथियों ने सेवाकेंद्र के 21 वर्ष पूर्ण होने एवं अरुणा दीदी को डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त होने की हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान कीं।
अपने विचार व्यक्त करते हुए मेयर श्री पिंकी बहन ने कहा कि सचमुच यहां मैं गहन शांति के अनुभव से भाव विभोर हो रही हूं।डेप्युटी मेयर श्री ने कहा की मैं पहले भी राजयोग कर चुका हूं और अब दोबारा अपने परिवार के साथ राजयोग कोर्स करूंगा क्योंकि कोर्स में दीदी द्वारा सिखाई गई संकल्प शक्ति की दृढ़ता से ही में इस पद तक पहुंचा हूं।
स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष श्री शीतल भाई मिस्त्री जी ने कहा कि यहां के आध्यात्मिक वातावरण में आकर मैं खुद को भाग्यशाली अनुभव कर रहा हूं और एक आनंद की अनुभूति कर रहा हूं सुख और दुख की स्थिति समय के साथ बदलती रहती है लेकिन आनंद सुख दुख दोनों ही स्थितियों में हमारी एक समान प्रसन्न मनोदशा का नाम है ऐसी सम अवस्था हम राजयोग द्वारा प्राप्त कर सकते हैं।
माननीय सांसद रंजन भट्ट जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजयोग द्वारा मैं जिस आध्यात्मिक ऊर्जा का यहां अनुभव करती हूं वह मुझे अथक एवं निरंतर कार्य में तत्पर रहने की शक्ति देती है और मैं यही प्रार्थना करती हूं कि इस शक्ति द्वारा मैं अपने कार्य को पूरे मनोयोग के साथ हमेशा करती रहूं।
आईटीएम यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर डॉ. अनिल बिसेन जी ने राजयोग से विकसित हुई संकल्प शक्ति के प्रयोग द्वारा कैसे हम किसी बड़े और कठिन कार्य को भी सहजता पूर्वक कर सकते हैं इस संदर्भ में अपना सुंदर अनुभव सुनाया कि जिस कार्य को करने के लिए एक लंबे समय से भूमिका तैयार करते हुए प्रयास करने होते हैं दृढ़ संकल्प की इच्छा शक्ति द्वारा उनके माध्यम से एक विशिष्ट कार्य 21 दिनों में बड़ी सुगमता से संपन्न हुआ इसलिए उन्होंने सभी से यही आग्रह किया कि हम सबको अपने संकल्पों में सकारात्मकता और दृढ़ता को अवश्य बढ़ाना चाहिए और अध्यात्म इसके लिए अचूक साधन है।
अंततः ब्रह्माकुमारी डॉ अरुणा बहन जी ने नवनियुक्त अतिथियों को शुभकामनाएं देते हुए राजयोग कोर्स के लिए आमंत्रित किया जिसके लिए सभी ने सहज स्वीकृति प्रदान की। फिर सेवाकेंद्र के 21 वर्ष पूरा होने और डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित होने में अपनी आध्यात्मिक यात्रा के सभी सहयोगी शुभआकांक्षियों का दिल से आभार व्यक्त किया।
जिसके पश्चात सेवाकेंद्र सह संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन जी ने कार्यक्रम में पधारे सभी मेहमानों का धन्यवाद किया और सभी ने प्रसाद रूप में ब्रह्मा भोजन स्वीकार किया और कार्यक्रम संपन्न हुआ।