कोरबा: नशा मुक्त , चरित्रवान युवा देश और समाज की नीव -भगवान भाई

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कोरबा (छत्तीसगढ़ ):

जीवन में नैतिक मूल्यों कि कमी से जीवन में आनेवाली समस्याओं का सामना न करने से युवा तनाव में आता और तनाव को भूलने हेतु नशा करता |जवानी में व्यक्ति को स्वयं, समाज और देश के भविष्य के बारे में चिंतन करते हुए नए सपनों को बुनना और उसके अनुसार आगे बढ़ना चाहिए, लेकिन उस समय यदि वो नशे का आदी हो जाएगा तो जैसै दीमक अंदर ही अंदर व्यक्ति को खोखला बना देता है, ऐसे ही नशा व्यक्ति को अंदर ही अंदर खोखला बना देता है। इसके बाद वह व्यक्ति किसी काम का नहीं रहता। वह परिश्रम नहीं कर सकता, उसके चिंतन की व्यवस्था समाप्त हो जाती है | नशा से छुटकारा पाना चाहते हो तो वर्तमान के युवाओं को नैतिक शिक्षा देने कि आवश्यकता है |उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से पधारे हुए बी के भगवान भाई ने कहे | वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय , छुरी द्वारा राष्ट्रिय सेवा योजना इकाई कैंप में नवा गाव  युवाओ को सकारात्मक चिंतन और नैतिक शिक्षा से नशा मुक्त सशक्त युवा  विषय पर बोल रहे थे |

भगवान भाई ने कहा की,उन्होंने बताया कि  नैतिक मूल्यों से व्यक्तित्व में निखार, व्यवहार में सुधार आता है।नैतिक मूल्यों का ह्रास व्यक्तिगत, सामाजिक, राष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है। समाज सुधार के लिए नैतिक मूल्य जरूरी है।उन्होंने कहा कि नैतिक शिक्षा की धारणा से, आंतरिक सशक्तीकरण से इच्छाओं को कम कर भौतिकवाद की आंधी से बचा जा सकता है। व्यक्ति का आचरण उसकी जुबान से ज्यादा तेज बोलता है। नशा मुक्त चरित्रवान , गुणवान युवा समाज और देश की नीव है

उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में श्रेष्ठ मू्ल्य है तो दूसरे उससे प्रमाणित होते हैं।जीवन में नैतिक मूल्य होंगे तो आदमी लालच, हिंसा, झूठ, कपट का विरोध करेगा और समाज में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा नैतिकता से मनोबल कम होता है।उनहोंने कहा  कि  मूल्यों की शिक्षा से ही हम जीवन में विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जब तक हम अपने जीवन में मूल्यों और प्राथमिकता का निर्धारण नहीं करेंगे, अपने लिए आचार संहिता नहीं बनाएंगे तब तक हम चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर सकते।

भौतिक शिक्षा से हम रोजगार प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन परिवार, समाज, कार्यस्थल में परेशानी या चुनौती का मुकाबला नहीं कर सकते है | युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करके डॉक्टर, इंजीनियर बनकर धनोपार्जन कर सुख-सुविधा युक्त जीवन निर्वाह करना चाहते हैं, परंतु जब उनका उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पाता | नैतिक शिक्षा से युवाओं को दिशा मिल सकती है | भौतिक शिक्षा से भौतिकता का विकास होगा और नैतिक शिक्षा से सर्वागिंण विकास होगा |

हेमंत महुलिकर सेवानिवृत व्याख्याता  जी ने कहा युवाओं को नशे की गर्त में जाने से बचाने के लिए जरूरी है कि वह विभिन्न खेल गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें व अपने को सुबह जल्दी उठने व जल्दी सोने की आदत डालें। इससे न केवल स्वास्थ्य बेहतर रहता है बल्कि शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। उन्होंने कहा कि नशा समाज में फैलती एक ऐसी कुरीति है जो देश के भविष्य को अंधकारमय बनाने का काम कर रही है। नैतिक शिक्षा से ही में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं। उन्होंने कहा कि सकारात्मक कर्म कि अर्थात रचनात्मक कार्य कि नशा जरुर करे |

चाम्पा ब्रह्माकुमारी कि प्रभारी बी के रचना बहन  ने कहा कि  नैतिक गुणों के बल पर ही मनुष्य वंदनीय बनता है। सारी दुनिया में नैतिकता अर्थात सच्चरित्रता के बल पर ही धन-दौलत, सुख और वैभव की नींव खड़ी है। उन्होंने कहा की  जब तक जीवन में आध्यात्मिकता नही है तब तक जीवन में नैतिकता नही आती है |

सुनील कुमार नामदेव स्वयं सेवक जी ने कहा कि नशामुक्त समाज बनाने के लिए और युवाओं को नशे के दुस्प्रभावों के प्रति जागरूकरहने कि आवश्यकता है |

रीना शिबिर सयोजक जी ने कहा कि युवाओं को चरित्रवान बनना हो तो नैतिक शिक्षा आवश्यक है जिससे नशा मुक्त सशक्त युवा बन सकता है |

एच एस कवर शिबिर सयोजक जी ने ब्रह्माकुमारी संस्था को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा जो बाते सुनी उसका अनुकरण जरुर करे |

स्थानीय ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की राजयोग शिक्षिका बी के मेघा बहन  ने  ब्रह्माकुमारी सस्था का परिचय भी दिया

कार्यक्रम में फिरत राम पटेल और शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे |

कार्यक्रम के अंत में बी के भगवान भाई जी ने नशा मुक्त बनाने हेतु राजयोग मेदीटेशन भी कराया |

सभी युवाओं से नशा मुक्त और मूल्यों कि धारणा क्र तनाव मुक्त रहने कि प्रतिज्ञा भी कराइ

बच्चो ने भे नशा के होनेवाले प्रभाव के बारे बताया |

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