अंबिकापुर: पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 55 वीं पुण्यतिथि को विश्व शान्ति दिवस के रूप में मना रहे हैं। विश्व के पांचों महाद्वीपों में 137 देशों में

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अंबिकापुर,छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सदस्य 18 जनवरी को अपने संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 55 वीं पुण्यतिथि को विश्व शान्ति दिवस के रूप में मना रहे हैं। विश्व के पांचों महाद्वीपों में 137 देशों में फैले अपने 8500 (साढ़े आठ हजार) से भी अधिक सेवाकेन्द्रों में इस अलौकिक संस्थान के दस लाख सदस्य आज सारा दिन आत्म चिन्तन में बिताएंगे तथा राजयोग के अभ्यास के द्वारा समग्र विश्व में शान्ति के प्रकम्पन फैलायेंगे। यह कार्यक्रम पूरे विश्व में एक साथ और एक ही समय पर आयोजित किए जा रहे हैं। अंबिकापुर में श्रद्घाजंलि सभा का आयोजन चोपड़ापारा स्थित नव विश्व भवन सहित संभाग के सभी पन्द्रह सेवाकेन्द्रों में किया जाएगा। कल प्रात: काल से ही प्रार्थना सभाओं का दौर प्रारम्भ हो जाएगा। इसके पश्चात ब्रह्माबाबा को श्रद्घाजंलि अर्पित की जाएगी, एवं परमात्मा को भोग स्वीकार कराया जाएगा। संस्था के मुख्यालय माउण्ट आबू में भी व्यापक स्तर पर श्रद्घाजंलि सभा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भाग लेने के लिए विभिन्न देशों से पच्चीस हजार लोग माउण्ट आबू में एकत्र हुए हैं। ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार 18 जनवरी 1969 को पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने सम्पूर्ण अवस्था को प्राप्त कर पार्थिव देह का त्याग किया था। इसलिए यह दिवस समग्र मानव जाति के लिए दिव्यता सम्पन्न जीवन बनाने का सन्देश लेकर आता है। विश्व में शान्ति और सद्भावना के लिए कार्यरत ब्रह्माकुमारी संगठन ने आज सारे संसार में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। संयुक्त  राष्ट्र  संघ ने ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा सारे विश्व में की जा रही उल्लेखनीय सेवाओं को देखते हुए इसे यूनिसेफ तथा आर्थिक एवं सामाजिक परिषद में सलाहकार का दर्जा प्रदान किया है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1981 में विश्व शान्ति दूत पदक प्रदान कर भी सम्मानित किया है।

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