दिल्ली: एनसीआर के विभिन्न थियेटर्स में ‘द लाइट’ मूवी की स्पेशल स्क्रीनिंग के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ

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“मार्च से अप्रैल तक सिनेमा घरों में इस फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के बाद, मई माह में यह मूवी पूरे देश में रिलीज़ होगी”- हरी लाल भानुशाली

नई दिल्ली: ब्रह्माकुमारी संस्था की गॉडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित ‘द लाइट’ एनिमेटेड मूवी की स्पेशल स्क्रीनिंग दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में कल से शुरू होगी।

यह बात, इस फ़िल्म के मुख्य निर्माता तथा आबू रोड़ स्थित गोडलीवुड स्टूडियो के कार्यकारी निदेशक हरी लाल भानुशाली ने आज स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बतायी। यह भारत की प्रथम डाक्यू फीचर एनीमेटेड फिल्म है।

उन्होंने कहा कि मार्च से अप्रैल तक भारत के विभिन्न सिनेमा घरों में इस फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के बाद, मई माह में यह फिल्म पूरे देश में अधिकारिक रूप से प्रदर्शित होगी। कहा कि, बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निदेशक सुजीत सरकार के कुशल मार्गदर्शन में सृजनात्मक ढंग से बनी यह एनीमेशन फीचर फिल्म में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ ब्रह्माकुमारी संस्था के इतिहास को एक कहानी के रूप में बताया गया है। जिसमें, संस्था के साकार संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा के माध्यम से सुप्रीम लाईट, परमज्योती निराकार शिव परमात्मा के द्वारा पूरे मानवता की नैतिक व आध्यात्मिक चरित्र उत्थान के कार्य को दर्शाया गया है।

ब्रह्माकुमारी संस्था के संस्थापक पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा के लौकिक तथा अलौकिक जीवन के ऊपर एक एनलाइटनिंग बायोपिक है। इस फ़िल्म की पटकथा वा कहानी संस्था के मुख्य लेखक, दिवंगत जगदीश चंद्र हसीजा के द्वारा लिखी गई ‘एक अदभुत जीवन कहानी’ किताब से ली गई है, उन्होंने कहा।

आगे बताया कि हाल ही गोवा में हुई 54 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में यह फिल्म ने अपनी अनूठी अवधारणा और सिनेमैटोग्राफी के द्वारा स्पेशल जूरी एवं विशेष आमंत्रित दर्शकों का दिल जीता है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को एनीमेशन द्वारा यथार्थवादी स्पर्श देने वाले प्रसिद्ध मूवी निर्माता प्रसाद गाओनाकर है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य आयोजक तथा दिल्ली, हरियाणा व यूपी में स्थित सौ से अधिक राजयोग ध्यान केंद्रों के प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शुक्ला ने कहा कि द लाईट फ़िल्म की कहानी पिताश्री ब्रह्मा के इर्द-गिर्द घूमती है। एक समृद्ध हीरे जवाहरातों के व्यापारी ने महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अपनी सारी संपत्ति एक महिलाओं की ट्रस्ट ‘ओम मंडली’ को दे दी, और जिसका नाम आगे जाकर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय हुआ।

इस फ़िल्म की निर्माण टीम की मुख्य संयोजिका, शिखा छाबड़ा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि द लाईट फिल्म का मुख्य उद्देश्य है, मानवीय मूल्यों के बारे में जागरूकता फैलाना तथा सच्ची गीता ज्ञान, राजयोग ध्यान एवं सात्विक जीवन शैली द्वारा वैश्विक शांति और सद्भाव विकसित करना।

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