अमरेली,गुजरात: द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक व मोटिवेशनल वक्ता बीके शिवानीबहनने “शान्त मन खुशनुमा जीवन” जीने का रास्ता बताया। बातें जीवन में आएगी लेकिन बातों के कारण खुशी और शांति को नहीं गिराना है। शांति के सागर के बच्चे है और हम मांग रहे कि हमें शांति चाहिए। नहीं शांति है लेकिन गवाना नहीं है। बताया कि सारा दिन अपने हाथ में पानी का गिलास लेकर चलना है काम करना है सबसे मिलना है कारोबार करना है सब कुछ करना है लेकिन ध्यान रहे ग्लास गिरना नहीं चाहिए। इस तरह सारा दिन सब काम आदि करना है लेकिन ध्यान रहे शांति, खुशी गिरनी नहीं चाहिए। उसे गवाना नहीं है। जैसे सफेद कपड़ा पहना है तो ध्यान रखते हैं दाग पड़ना नहीं चाहिए। इस तरह ध्यान रहे की सफेद मन पर दाग लगना नहीं चाहिए। सारा दिन कुछ भी हो जाए ध्यान रखना है गुस्सा नहीं करना है। गुस्सा आ जाए तो एक पेपर पर लाइन करते जाए फिर रात को चेक करें की कितनी बार गुस्सा किया। जितनी बार गुस्सा किया उतनी लाइन खींचते जाए तो खुद पर अटेंशन रहेगा। फिर बताया मन को शांत रखने के लिए डेइली मेडिटेशन करना जरूरी है।
अमरेली के गणमान्य नागरिकों के द्वारा शिवानी बहन का भव्य स्वागत हुआ और दीप प्रज्वलन भी किया। जिसमें आई. एम .ए. के प्रेसिडेंट डॉ.जी. जे.गजेरा साहेब, शीतल आइस क्रीम इंडस्ट्रीज के मालिक भूपत भाई भुवा , अमर डेयरी के अध्यक्ष अश्विन भाई सांवलिया, मार्केटिंग यार्ड के प्रमुख कालू भाई भंडेरी, नीलकंठ ज्वेलर्स के मालिक केतन भाई सोनी, बी.के. गीताबहन अमरेली उपस्थित रहे।